वाशिंगटन: इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका की यात्रा पर है। इस दौरान नेतन्याहू ने जमकर ईरान को खरी खोटी सुनाई है। इजराइल के खिलाफ कुछ संगठनों को आर्थिक सहायता और समर्थन देने के लिए पीएम नेतन्याहू ईरान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कट्टर दुश्मनों को हराने के लिए साहस और स्पष्टता दोनों की जरुरत होती है। नेतन्याहू के संबोधन का हजारों लोगों ने विरोध करते हुए देश की राजधानी वाशिंगटन में मार्च किया।
नेतन्याहू के सख्त तेवर
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ‘‘ हम सब जानते हैं कि ईरान इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों को आर्थिक मदद दे रहा है, ये प्रदर्शन इस इमारत के बाहर भी हो रहे हैं ये बहुत ज्यादा नहीं हैं, लेकिन कुछ हैं और पूरे शहर में हैं। खैर, मेरे पास इन प्रदर्शनकारियों के लिए एक संदेश है कि तेहरान के जो तानाशाह समलैंगिक व्यक्तियों को क्रेन से लटका देते हैं और अपने बाल ना ढकने पर महिलाओं की हत्या कर देते हैं, वही अब आपको बढ़ावा दे रहे हैं, आपकी पैसों से मदद कर रहे हैं। आप आधिकारिक तौर पर उनके हाथों की कठपुतली बन गए हैं।
नेतन्याहू ने ईरान पर लगाए गंभीर आरोप
अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में अपने चौथे संबोधन के दौरान इजराइली प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि पश्चिम एशिया के देशों में आतंकवाद, अशांति, अराजकता और हत्या के पीछे ईरान का ही हाथ है। अमेरिकी संसद में बेंजामिन नेतन्याहू का संबोधन किसी भी विदेशी नेता द्वारा दिया गया अब तक का सबसे बड़ा संबोधन है।
'इजराइल की जीत निकट है'
नेतन्याहू ने कहा कि ईरान का मानना है कि अमेरिका को सही मायने में चुनौती देने के लिए उसे पहले पश्चिम एशिया पर कब्जा करना होगा और इसके लिए वह हूती विद्रोहियों, हिज्बुल्ला और हमास सहित अपने कई छद्म संगठनों का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि इजराइल की जीत निकट है। (भाषा)
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