वाशिंगटन: अमेरिका और इजराइल के बीत मतभेद अब खुलकर सामने आ गए हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन की ओर से कहा गया है कि अमेरिका की ओर से दिए गए हथियारों का इस्तेमाल गाजा में हुआ है। बाइडेन प्रशासन ने यह भी कहा है कि इजराइल ने अमेरिकी हथियारों का गाजा में इस्तेमाल किया है जिससे संभव है कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन हुआ है। युद्ध जारी होने के कारण अमेरिकी अधिकारियों के पास अभी इसके पूरे सबूत नहीं हैं।
अमेरिका का सख्त रुख
अमेरिका के सहयोगी देश ने गाजा युद्ध में अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया है संबंधी ‘उचित’ सुबूतों वाली रिपोर्ट अमेरिकी संसद में पेश की जाने वाली है। इसे बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों की ओर से इजराइल के खिलाफ अब तक की सबसे कठोर टिप्पणी माना जा रहा है।
इजराइल ने नहीं मानी अमेरिका की बात
बता दें कि, अमेरिका इजराइल से बार-बार आग्रह कर रहा था कि वो रफह पर हमला ना करे। इजराइल ने अमेरिका के विरोध को दरकिनार करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के अनुरोध को ठुकरा दिया था। इजराइल ने गाजा के दक्षिणी शहर रफह पर हवाई हमला किया था। इस हमले में महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई थी। इजराइल की तरफ से किए गए इस हमले के बाद माना जा रहा था कि अमेरिका से उसके संबंध और बिगड़ सकते हैं। अब स्थिति कुछ ऐसी ही बनती नजर आ रही है।
इजराइल के पास हैं पर्याप्त हथियार
रफह पर हमले से पहले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि उनकी सेना के पास हमास से लड़ने के लिए पर्याप्त हथियार हैं। इजराइल अकेले ही हमास के लिए काफी है। हमास के खिलाफ युद्ध को सात माह हो गए हैं। इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध में लगभग 35,000 फलस्तीनियों की मौत हुई है जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। जंग तब शुरू हुई थी जब हमास के आतंकियों ने इजराइल पर हमला किया था। (एपी)
यह भी पढ़ें:
कांगो में जारी है हिंसा का दौर, विस्थापितों के शिविरों पर हुई बमबारी में अब तक 35 लोगों की हुई मौतसंयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन को मिलेगा पूर्ण सदस्य का दर्जा, भारत ने प्रस्ताव के पक्ष में किया मतदान