Highlights
- ट्रंप के दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में उतरने की चर्चा तेज
- 2024 में होना है अमेरिका में चुनाव
- रिपब्लिकन पार्टी में ज्यादातर नेता अभी से कर रहे ट्रंप का समर्थन
American President race: दुनिया का सर्वाधिक शक्तिशाली राष्ट्र कहे जाने वाले अमेरिका में एक बार फिर पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को लेकर चर्चा तेज हो गई है। क्या ट्रंप को दोबारा अमेरिका का राष्ट्रपति बनने का मौका मिल सकता है। क्या मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन की विदाई हो जाएगी। हालांकि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव भी अभी बहुत दूर है। फिर क्यों अचानक ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने की संभावनाओं के स्वर प्रस्फुटित होने लगे हैं। आखिर क्या वजह है कि अमेरिका में इस बात की चर्चा जोर पकड़ रही है। जिस ट्रंप को अमेरिकी जनता ने वर्ष 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में नकार दिया, अब ऐसा क्या हो गया कि उनको लेकर एक बार फिर से बहस छिड़ गई है। आइए आपको हम बताते हैं कि डोनल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने को लेकर क्यों इन दिनों चर्चा हो रही है।
वर्ष 2020 के इलेक्शन में रिपब्लिकन उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन के 306 के मुकाबले सिर्फ 232 इलेक्ट्रोरल वोट ही मिल सके थे। उस दौरान अमेरिकन जनता ट्रंप से बुरी तरह खफा थी। स्थिति यह थी कि ट्रंप की पार्टी के ही कई बड़े नेता उनके विरोध में हो गए थे। उनकी लोकप्रियता भी विभिन्न वजहों से लगातार घटती ही जा रही थी। लिहाजा राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार रहे जो बाइडन के सिर जीत का सेहरा बंध गया। अब वर्ष 2024 में अमेरिका में अगला राष्ट्रपति चुनाव होगा। इससे पहले रिपब्लिकन पार्टी में ट्रंप समर्थकों की संख्या बढ़ती जा रही है। रिपब्लिकन पार्टी में ज्यादातर नेताओं का मत है कि अगली बार होने वाले चुनाव में ट्रंप को दोबारा राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने का मौका मिलना चाहिए।
रिपब्लिकन पार्टी पर दिख रहा ट्रंप का बढ़ता प्रभाव
रिपब्लिकन पार्टी में ट्रंप के बढ़ते प्रभाव की इस बात से भी पुष्टि हो रही है कि उनके सभी प्रबल विरोधी व्योमिंग के प्राइमरी चुनाव में या तो हार गए या फिर कमजोर पड़ गए। ट्रम की मुख्य विरोधी लिज चेनी को भी हार का सामना करना पड़ गया। जबकि इसके विपरीत ट्रंप समर्थक सभी नेता चुनाव जीत गए हैं। वहीं दूसरी तरफ छह जनवरी 2021 में रिपब्लिकन पार्टी जिन 10 सांसदों ने ट्रंप पर महाअभियोग चलाए जाने का पक्ष लिया था, वह भी या तो चुनाव हार गए या फिर सेवा से मुक्त हो गए। ऐसे में अब ट्रंप विरोधियों के पस्त होने से उनके दोबारा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने की संभवानाएं जोर पकड़ रही हैं।
राज्य में चुनाव अधिकारियों के पदों पर खड़े किए जा रहे ट्रंप समर्थक उम्मीदवार
ट्रंप के बढ़ते दबदबे की इस बात से भी पुष्टि होती है कि अमेरिका के विभिन्न राज्यों में होने वाले महत्वपूर्ण चुनाव अधिकारियों के पदों के लिए ट्रंप समर्थकों को ही उम्मीदवार बनाया गया है। शुरुआती रुझानों से पता चला है कि रिपब्लिकन वोटर ट्रंप को 2024 में अगला राष्ट्रपित उम्मीदवार बनाना चाहते हैं।
ट्रंप के खिलाफ चल रही जांच से हो सकती है मुश्किल
ट्रंप के खिलाफ नवंबर 2020 में जार्जिया में चुनावी नतीजे बदलने के लिए आपराधिक साजिश रचने का आरोप है। इसके अलावा छह जनवरी 2021 को समर्थकों को भड़काकर अमेरिकी संसद भवन कैपिटल हिल पर हमले करवाने का भी आरोप है। वहीं दूसरी तरफ ट्रंप उल्टे डेमोक्रेटिक पार्टी पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाते रहे हैं। हालांकि ट्रंप के सामने मुश्किल तभी पैदा होगी, जब चुनाव से पहले उन्हें दोषी करार दे दिया जाए। अन्यथा ट्रंप इसे अपने खिलाफ साजिश बताकर दोबारा चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।
वर्ष 2020 का राष्ट्रपति चुनाव
रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप को मिले वोट 46.9 फीसद कुल इलेक्ट्रोरल वोट 232
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडन को मिले वोट 51.3 फीसद कुल इलेक्ट्रोरल वोट 306