एस्पेन (अमेरिका): ईरान के राष्ट्रपति और कट्टर अमेरिका विरोधी रहे इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो जाने के बाद भी तेहरान के कदम न रुके और न ही थके। ईरान परमाणु बम बनाने के अपने गुप्त मिशन को लगातार आगे बढ़ाता रहा। अब डॉ. मसूद पेजेशकियन ईरान के नए राष्ट्रपति हैं। सत्ता बदलने के बावजूद ईरान ने अपने इरादे नहीं बदले और वह अब परमाणु बम बनाने के बिलकुल करीब पहुंच चुका है। अमेरिकी की इस रिपोर्ट ने पूरी दुनिया में सनसनी फैला दी है।
अमेरिकी प्रशासन के दो शीर्ष अधिकारियों ने कहा है कि ईरान परमाणु बम हासिल करने के बारे में अधिक बात कर रहा है और उसने परमाणु हथियार बनाने के लिए अहम एक पदार्थ को विकसित करने की दिशा में अप्रैल के बाद से प्रगति की है। वह अपने मिशन के काफी करीब पहुंच चुका है। अप्रैल में इजरायल को निशाना बनाकर किए गए ईरान के हवाई हमलों को इजरायल और उसके सहयोगियों ने विफल कर दिया था। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कोलोराडो में सुरक्षा संबंधी मुद्दों से जुड़े एक कार्यक्रम के अलग-अलग पैनल में कहा कि ईरान के अपने परमाणु कार्यक्रम का शस्त्रीकरण करने के सभी संकेतों पर अमेरिका करीबी नजर रख रहा है।
अमेरिका के साथ परमाणु समझौते से पीछे हट गया था ईरान
सुलिवन ने कहा, ‘‘मैंने ईरान का अभी तक ऐसा कोई फैसला नहीं देखा है’’, जिससे इस बात के संकेत मिलें कि उसने अभी वास्तव में एक परमाणु बम बनाने का निर्णय लिया है। सुलिवन ने एस्पेन सुरक्षा फोरम में कहा, ‘‘अगर वे उस रास्ते पर आगे बढ़ना शुरू करते हैं, तो उन्हें अमेरिका की ओर से असल समस्या का सामना करना पड़ेगा।’’ ईरान ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन द्वारा 2015 के समझौते से पीछे हट जाने के बाद अपने परमाणु कार्यक्रम पर फिर से आगे बढ़ना शुरू कर दिया था।
इस समझौते के तहत ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर कड़ी निगरानी के बदले उसे प्रतिबंधों से राहत दी गई थी। इस बीच, ब्लिंकन ने भी शुक्रवार को कहा, ‘‘पिछले कुछ हफ्तों और महीनों में हमने देखा है कि ईरान विखंडनीय सामग्री विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।’’ विखंडनीय सामग्री का इस्तेमाल परमाणु बम बनाने में किया जा सकता है। (एपी)