Highlights
- पाकिस्तान की ISI पर बोले राजा कृष्णमूर्ति
- भारतीय-अमेरिकी सांसद हैं कृष्णमूर्ति
- उन्हें दुश्मन के तौर पर देखती है आईएसआई
Indian-American MP Raja Krishnamurthy: भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई दक्षिण एशियाई देश में मौजूद कट्टरपंथियों के खिलाफ उनके रुख के चलते उन्हें एक ‘दुश्मन’ के रूप में देखती है। इलिनॉय से डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद कृष्णमूर्ति ने बोस्टन में अमेरिका भारत सुरक्षा परिषद (यूएसआईएससी) के अध्यक्ष एवं प्रख्यात भारतीय- अमेरिकी नागरिक आर वी कपूर के आवास पर आयोजित चंदा जुटाने (फंडरेजर) के कार्यक्रम में समुदाय के सदस्यों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की है।
यूएसआईएससी की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, 'उन्होंने (कृष्णमूर्ति ने) कहा कि पाकिस्तान में मौजूद कट्टरपंथियों के खिलाफ उनके रुख के लिए आईएसआई उन्हें एक दुश्मन के रूप में देखती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह भी सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और कभी किसी रंग, नस्ल या धर्म के खिलाफ भेदभाव नहीं किया।' विज्ञप्ति के अनुसार, कृष्णमूर्ति ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय को भरोसा दिलाया कि चुनाव जीतने पर वह भारत और अमेरिका के बीच मौजूद रणनीतिक सहयोग को समर्थन देना जारी रखेंगे, ताकि यह दोस्ती प्रशांत क्षेत्र में चीन की महत्वाकांक्षाओं पर लगाम लगा सके।
कार्यक्रम में भारतीय-अमेरिकी समुदाय की कई मशहूर हस्तियों ने शिरकत की, जिनमें विक्रम राज्यदक्ष, दिनेश पटेल, अभिषेक सिंह, अमर साहनी, दीपिका साहनी और डॉ. राज रैना शामिल हैं। यूएसआईएससी ने कहा कि चंदा कार्यक्रम का आयोजन नवंबर में होने वाले मध्यावधि चुनाव के मद्देनजर कृष्णमूर्ति के वास्ते धनराशि जुटाने के लिए किया गया था। संस्था ने कहा कि इस कार्यक्रम का मकसद भारतीय-अमेरिकी समुदाय के हितों से जुड़े मुद्दे उठाने के निरंतर प्रयासों को लेकर कृष्णमूर्ति के प्रति समुदाय का समर्थन भी दर्शाना था।
भारत और अमेरिका के समान लक्ष्य- जितेंद्र सिंह
इससे पहले खबर आई थी कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत और अमेरिका के समान लक्ष्य और हित हैं, जो दोनों देशों को एक-दूसरे से जोड़ते हैं। सिंह ने अमेरिकी वैज्ञानिक समुदाय व उद्यमियों से स्वास्थ्य, स्वच्छ ऊर्जा व अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में अपने भारतीय समकक्षों के साथ काम करने का आग्रह किया। अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू द्वारा मंगलवार को इंडिया हाउस में उनके सम्मान में आयोजित एक स्वागत समारोह में सिंह ने कहा, ‘हमारे एक समान लक्ष्य हैं। इसलिए हम एक जैसी स्थिति में हैं, जो हमें एक-दूसरे से जोड़ती भी है।’ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और व्यापार के क्षेत्र में पहले की तुलना में कहीं अधिक बेहतर माहौल प्रदान किया है।
इस समारोह में कई सांसदों, वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों, ‘थिंक टैंक समुदाय’ के सदस्यों और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने शिरकत की। मंत्री ने कहा कि भारत में अब एक ऐसी सरकार है, जिसके प्रमुख के पास लीक से हटकर सोचने और वर्जनाओं को तोड़ने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, स्वच्छ ऊर्जा, अंतरिक्ष, भू-स्थानिक आदि दोनों देशों के साथ-साथ काम करने के लिए कुछ उचित क्षेत्र हैं। सिंह ने कहा, ‘आप इस बात की सराहना करेंगे कि कई वर्षों बाद अंतरिक्ष विभाग को संयुक्त पहल, संयुक्त उद्यम और सार्वजनिक-निजी भागीदारी के लिए खोल दिया गया है। हम अंतरराष्ट्रीय निवेश की भी उम्मीद कर रहे हैं।’
राजदूत संधू ने भी अपने भाषण में शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के साथ-साथ स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में भारत-अमेरिका संबंधों को रेखांकित किया। संधू ने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस ने भारत और अमेरिका के संबंधों को गहरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।