भारत के लिए अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा है कि अमेरिका और भारत के संबंध दुनिया के भविष्य के लिए अहम हैं। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका आज जितने मुद्दों पर निकटता से काम कर रहे हैं, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के करीबी सहयोगी गार्सेटी (52) ने पिछले महीने भारत में अमेरिका के राजदूत के रूप में आधिकारिक रूप से शपथ ग्रहण की थी। अमेरिका के लिए सबसे अहम राजनयिक पदों में शामिल इस पद पर नियुक्ति दो साल से अधिक समय बाद हुई थी। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका मिलकर जो कदम उठाएंगे, उससे वे ‘‘इस जी-20 वर्ष और उसके बाद भी 21वीं सदी को’’ आकार देंगे।
भारत के लिए अमेरिका के राजदूत ने क्या कहा?
गार्सेटी ने ‘कांग्रेशनल इंडिया कॉकस’ के सह अध्यक्ष रो खन्ना और माइकल वाल्त्ज द्वारा आयोजित अपनी तरह के पहले भारत-अमेरिका शिखर सम्मेलन में प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकियों की सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘दुनिया में कुछ ऐसे संबंध हैं, जो अमेरिका और भारत के लिए ज्यादा अहम हैं। हमारे (भारत-अमेरिका) संबंध दुनिया के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। जैसा कि अमेरिका के राष्ट्रपति (जो) बाइडन ने कहा है कि भारत और अमेरिका अपरिहार्य साझेदार हैं।’’ गार्सेटी ने कहा, ‘‘भारत जाने से पहले, मैंने अमेरिका और भारत के संबंधों को लेकर राष्ट्रपति बाइडन की सोच को लेकर उनसे बात की थी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये संबंध कितने अहम हैं। ये संबंध पूरे ग्रह और खासकर हम दो देशों के लिए बेहद अहम हैं।’’
"भारत और अमेरिका मिलकर जो कदम उठाएंगे..."
गार्सेटी ने कहा कि भारत और अमेरिका आज जितने मुद्दों पर निकटता से काम कर रहे हैं, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। गार्सेटी ने कहा, ‘‘हम दुनिया के अग्रणी लोकतंत्र हैं। अमेरिका और भारत क्रमश: दुनिया की सबसे बड़ी और पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं।’’ उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका मिलकर जो कदम उठाएंगे, उससे वे ‘‘इस जी-20 वर्ष और उसके बाद भी 21वीं सदी को’’ आकार देंगे।
"अमेरिका-भारत के रिश्ते सदी के सबसे महत्वपूर्ण संबंध"
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के एक शीर्ष राजनयिक ने कहा कि अमेरिका और भारत के रिश्ते इस सदी के सबसे महत्वपूर्ण संबंध हैं, जिसमें भारतीय-अमेरिकियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रबंधन एवं संसाधन मामलों के उप विदेश मंत्री रिच वर्मा ने बुधवार को ‘कांग्रेशनल इंडिया कॉकस’ के सह-अध्यक्ष रो खन्ना द्वारा आयोजित भारत-अमेरिका शिखर सम्मेलन में यह बयान दिया। वर्मा ने कहा, ‘‘अमेरिका-भारत संबंध उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं, लेकिन वास्तव में पिछले 23 सालों में संबंध कुछ चुनौतियों के बावजूद बेहतर ही हुए हैं।’’ वर्मा (54) का मानना है कि जटिल परिस्थितियों वाले देशों से घिरे भारत की भू-रणनीतिक स्थिति के कारण अमेरिका और भारत के रिश्ते इस सदी के सबसे महत्वपूर्ण संबंध हैं।
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