खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में भारत पर निराधार आरोप लगाने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो के तेवर चंद दिनों में ही ठंडे पड़ने लगे हैं। मोदी सरकार ने कनाडा पर सख्त एक्शन से जस्टिन ट्रुडो की बोलती बंद कर दी है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में पत्रकारों ने जब जस्टिन ट्रुडो से खालिस्तानी आतंकी की हत्या मामले में भारत पर लगाए आरोपों पर उनसे सवाल पूछा तो वह अवाक रह गए। सवाल पर बिना कोई जवाब दिए ही ट्रुडो ने वहां से खिसकना ही बेहतर समझा। इससे पहले भारत के खिलाफ साजिश में अमेरिका, ब्रिटेन व ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों को भी शामिल करने का उनका प्रयास बुरी तरह विफल रहा है। इससे जस्टिन ट्रुडो को अपनी औकात पता चलने लगी है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में ट्रूडो ने प्रमुख खालिस्तानी अलगाववादी नेता की हत्या में भारत की संलिप्तता के बारे में संसद में लगाए गए उनके आरोपों को भारत द्वारा खारिज किए जाने के बारे में पूछे गए सवालों का कोई जवाब नहीं दिया। ट्रूडो यूएनजीए के उच्च स्तरीय 78वें सत्र में हिस्सा लेने के लिए उसके मुख्यालय आए हैं। बुधवार को वह संयुक्त राष्ट्र परिसर में विशेष रूप से निर्मित एसडीजी पवेलियन में आयोजित जलवायु महत्वाकांक्षा शिखर सम्मेलन, यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक और ‘ग्लोबल कार्बन प्राइसिंग’ विषय पर एक कार्यक्रम में शामिल हुए। संयुक्त राष्ट्र परिसर में दो अलग-अलग अवसरों और आयोजन स्थलों पर ट्रूडो से भारत द्वारा उनके आरोपों को खारिज करने को लेकर सवाल पूछा, लेकिन उन्होंने इनका जवाब नहीं दिया और अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ वहां से चले गए।
भारत कनाडा के आरोपों को कर चुका है खारिज
भारत पहले ही कनाडा की संसद में दिए गए ट्रूडो के बयान को दृढ़ता से खारिज कर चुका है। भारत का स्पष्ट कहना है कि ‘‘कनाडा में किसी भी तरह की हिंसा में भारत सरकार की संलिप्तता के आरोप बेतुके और बेबुनियादी हैं’’। ट्रूडो ने कनाडा की संसद में प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर (45) की हत्या में ‘‘भारत सरकार के एजेंटों’’ की भूमिका का आरोप लगाया था। निज्जर भारत के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में से एक था और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम था। पश्चिमी कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर दो अज्ञात हमलावरों ने 18 जून को निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
भारत ने कनाडा पर कसना शुरू किया शिकंजा
हाल के महीनों में भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। कारोबार वार्ता पटरी से उतर गई है दोनों देशों के बीच बढ़ते राजनयिक विवाद के बीच भारत ने आज कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सेवा को भी अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया है। इससे पहले भारत ने कनाडा में रह रहे अपने सभी नागरिकों और देश की यात्रा का विचार कर रहे लोगों को उत्तर अमेरिकी देश में बढ़ती घृणा अपराध और भारत विरोधी घटनाओं के मद्देनजर ‘‘अत्यंत सावधानी’’ बरतने की सलाह दी है। नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने बेहद कड़े शब्दों में अपने परामर्श में भारतीय राजनयिकों और ‘‘भारत विरोधी एजेंडा’’ का विरोध करने वाले भारतीय समुदाय के एक वर्ग को निशाना बनाए जाने के ‘‘खतरे’’ का उल्लेख किया और ऐसी घटनाओं के मद्देनजर भारतीय नागरिकों को कनाडा की यात्रा करने से बचने को कहा। (भाषा)
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