Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. विदेश
  3. अमेरिका
  4. India Slams Pakistan in UNSC: भारत ने पाकिस्तान को UNSC में लगाई लताड़, उठाया था कश्मीर का मुद्दा

India Slams Pakistan in UNSC: भारत ने पाकिस्तान को UNSC में लगाई लताड़, उठाया था कश्मीर का मुद्दा

यूएन में भारत के स्थायी मिशन में काउंसलर/कानूनी सलाहकार डॉ. काजल भट ने गुरुवार को UNSC में पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई।

Edited by: Vineet Kumar Singh @VickyOnX
Published on: June 03, 2022 19:13 IST
India Slams Pakistan, India Slams Pakistan UNSC, India Lambasts Pakistan UNSC- India TV Hindi
Image Source : AP REPRESENTATIONAL India slams Pakistan at UNSC on Kashmir issue.

Highlights

  • पूर्वी पाकिस्तान में नरसंहार के पाकिस्तान के शर्मनाक इतिहास के कारण बांग्लादेश अस्तित्व में आया: भारत
  • पाकिस्तान द्वारा चलाए गए आतंक के शासन में हजारों लोगों को बेरहमी से मार डाला गया: भारत
  • जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र-शासित प्रदेश हमेशा भारत के अभिन्न व अविभाज्य अंग थे तथा रहेंगे: भारत

India Slams Pakistan in UNSC: भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाने के लिए पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई। भारत ने पाकिस्तान पर बरसते हुए कहा कि पड़ोसी देश इस बात का ‘जीता-जागता उदाहरण’ है कि कैसे कोई राष्ट्र नरसंहार और जातीय सफाये जैसे गंभीर अपराधों पर जवाबदेही से बचता रहता है। भारत ने कहा कि वह सीमा पार से आतंकवादी गतिविधियों का जवाब देने के लिए ठोस और निर्णायक कदम उठाना जारी रखेगा।

यूएन में भारत के स्थायी मिशन में काउंसलर/कानूनी सलाहकार डॉ. काजल भट ने गुरुवार को UNSC में कहा कि उन्हें पाकिस्तान के प्रतिनिधि द्वारा फैलाए गए कुछ झूठ और प्रॉपेगैंडा का जवाब देना पड़ रहा है, क्योंकि वह इस तरह की हरकत करने के आदी हैं। भट ने कहा, ‘आज हम चर्चा कर रहे हैं कि अंतरराष्ट्रीय कानून के गंभीर उल्लंघन के लिए जवाबदेही और न्याय को कैसे मजबूत किया जाए। 50 साल पहले पूर्वी पाकिस्तान में नरसंहार के पाकिस्तान के शर्मनाक इतिहास के कारण बांग्लादेश अस्तित्व में आया, जिसे कभी स्वीकारा नहीं गया, न ही कभी माफी मांगी गई और न ही कोई जवाबदेही तय की गई।’

भट ने कहा कि पाकिस्तान के प्रतिनिधि द्वारा UNSC में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने के बाद परिषद के अध्यक्ष अल्बानिया की अध्यक्षता में ‘अंतरराष्ट्रीय कानून के गंभीर उल्लंघन के लिए जवाबदेही और न्याय को मजबूत करने’ पर खुली बहस हुई। इससे पहले, दिन में परिषद की बहस में विदेश राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह ने कहा कि जवाबदेही और न्याय को राजनीतिक लाभ से नहीं जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के प्रतिनिधि सुरक्षा परिषद के सामने एक जीता-जागता उदाहरण पेश करते हैं कि कैसे एक देश नरसंहार और जातीय सफाये के गंभीर अपराधों को लेकर जवाबदेही से बचता रहता है।’

सिंह ने कहा, ‘शायद इस पर विचार करने की बात कहना बहुत बड़ी मांग हो जाएगी, लेकिन वह कम से कम इतना तो कर सकते हैं कि इस परिषद की गरिमा न भंग करें।’ भट ने कहा कि ‘ऑपरेशन सर्चलाइट’ के तहत ‘पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए नरसंहार’ में बेकसूर महिलाओं, बच्चों, शिक्षाविदों और बुद्धिजीवियों को हथियार के रूप में देखा जाता था। उन्होंने कहा, ‘तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान की आबादी पर पाकिस्तान द्वारा चलाए गए आतंक के शासन में हजारों लोगों को बेरहमी से मार डाला गया, हजारों महिलाएं बलात्कार का शिकार हुईं।’ भट ने कहा कि पाकिस्तान केवल यही योगदान दे सकता है कि वह भारत और उसके लोगों के खिलाफ आतंकवाद को अपना समर्थन बंद करे।

भट ने कहा, ‘पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने केंद्र-शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के स्वरूप में तथाकथित परिवर्तनों की भी बात की। जनसांख्यिकीय परिवर्तन का एकमात्र प्रयास आतंकवादियों द्वारा किया जा रहा है, जिसका समर्थन उनके देश कर रहे हैं और जो जम्मू-कश्मीर में धार्मिक अल्पसंख्यकों के उनके मुताबिक चलने से इनकार करने वालों को निशाना बना रहे हैं।’ भट ने कहा कि वह पाकिस्तानी प्रतिनिधि को आश्वस्त करना चाहती हैं कि भारत सीमा पार आतंकवाद का जवाब देने के लिए ‘ठोस और निर्णायक कदम’ उठाना जारी रखेगा।

भट ने कहा, ‘अंत में, मुझे पाकिस्तान के एक और भ्रामक बयान में सुधार करने दें। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र-शासित प्रदेश हमेशा भारत के अभिन्न व अविभाज्य अंग थे तथा रहेंगे। इसमें वे क्षेत्र भी शामिल हैं, जो पाकिस्तान के अवैध कब्जे में हैं। किसी भी देश की ओर से कोई भी बयानबाजी और दुष्प्रचार इस तथ्य को झुठला नहीं सकता है।’

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। US News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement