संयुक्त राष्ट्र: पिछले कुछ महीनों को देखें तो वैश्विक मंचों पर भारत ने कई मौकों पर चीन को निशाने पर लिया है। सोमवार को ड्रैगन पर भारत ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से सीधे निशाना साधा है। भारत ने चीन को आतंकवाद से लड़ने के मुद्दे पर ‘दोहरे मापदंड’ को लेकर आगाह किया और कहा कि यथास्थिति बदलने की कोशिश करने वाली कोई भी ‘जबरन या एकतरफा’ कार्रवाई साझा सुरक्षा के सिद्धांत का उल्लंघन है। भारत ने साथ ही कहा कि साझा सुरक्षा तभी हो सकती है जब देश एक-दूसरे की संप्रभुता का सम्मान करेंगे।
चीन ने ही बुलाई थी UNSC की बैठक
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने सोमवार को ‘संवाद एवं सहयोग के जरिये साझा सुरक्षा को बढ़ावा देने’ के विषय पर आयोजित UNSC की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सभी देशों को एक-दूसरे की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और अंतरराष्ट्रीय समझौतों का सम्मान करना चाहिए। बता दें कि UNSC की यह बैठक चीन ने ही बुलाई थी, और भारत ने इसमें उसे सीधे तौर पर निशाने पर ले लिया। चीन अगस्त के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष है और 15 सदस्यीय परिषद में उसके पास वीटो का अधिकार है।
कंबोज ने पाकिस्तान पर भी साधा निशाना
कंबोज ने चीन और उसके करीबी सहयोगी पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, ‘साझा सुरक्षा तभी संभव है, जब सभी देश आतंकवाद जैसे साझा खतरों के खिलाफ एक साथ खड़े हों और दोहरे मापदंड न अपनाएं।’ यूएन में भारत की स्थायी प्रतिनिधि सिर्फ इतने पर ही नहीं रुकीं और उन्होंने क्षेत्र में चीन के आक्रामक रुख को लेकर भी उस पर निशाना साधा। कंबोज ने कहा, ‘यथास्थिति बदलने की कोशिश करने वाली कोई भी बलपूर्वक या एकतरफा कार्रवाई साझा सुरक्षा का उल्लंघन है।’
खुद की बुलाई बैठक में चीन को मिला ‘ज्ञान’
कंबोज ने कहा, साझा सुरक्षा तभी संभव है, जब देश एक-दूसरे की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करें, जैसे कि वे अपनी संप्रभुता का सम्मान किए जाने की उम्मीद करते हैं। साझा सुरक्षा तभी संभव है, जब देश दूसरों के साथ किए गए द्विपक्षीय या बहुपक्षीय समझौतों का सम्मान करें और एकतरफा कदम न उठाएं।’ कंबोज के इस बयान का इशारा चीन द्वारा 2020 में पूर्वी लद्दाख में सैनिकों का जमावड़ा कर सीमा समझौतों का उल्लंघन करने की घटना की ओर माना जा रहा है।
आतंकवाद के मुद्दे पर दोहरा रवैया अपनाता है चीन
साथ ही हाल के दिनों में चीन ने ताइवान को लेकर जो आक्रामकता दिखाई है, उस पर भी कंबोज का यह बयान फिट बैठता है। बता दें कि चीन इसके अलावा पाकिस्तान से ऑपरेट कर रहे कुख्यात आतंकी मसूद अजहर को लेकर भी भारत की राहों में अड़ंगा लगाता रहा है और संयुक्त राष्ट्र में उसका बचाव करता रहा है।