Quad: भारत के पास कुशल और प्रतिभाशाली युवा हैं, जो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नई मिसाल कायम कर रहे हैं। भारत के पास अपने प्रतिभा आधार और चीन के बाहर दूसरे बड़े विनिर्माण आधार के रूप में खड़े होने की क्षमता के कारण बहुत सारे अवसर हैं। क्वाड इन्वेस्टमेंट नेटवर्क (क्विन) के प्रमुख ने साथ ही कहा कि क्वाड देशों द्वारा चिह्नित तकनीकी क्षेत्रों में भारत अहम और अग्रणी भूमिका निभा सकता है।
क्वाड की बैठक और पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले आया बयान
क्विन के चेयरमैन कार्ल मेहता और नेटवर्क के विशेष सलाहकार एलेक्स ट्रूमैन हाल ही में जापान में हुई क्वाड बैठक के बाद और पीएम नरेंद्र मोदी की राजकीय अमेरिका यात्रा से पहले यहां वाशिंगटन डीसी में बाइडन प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक करने पहुंचे हैं। क्विन, क्वाड देशों के इन्वेस्टर्स का एक नेटवर्क है, जो अहम टेक्नोलॉजी में इन्वेस्टमेंट को प्रमोट करता है।
20 मई को शुरू किया गया था 'क्विन'
क्विन को आधिकारिक रूप से 20 मई को शुरू किया गया था। मेहता ने कहा कि भारत सरकार का ‘मेड इन इंडिया’ अभियान बहुत बड़ा है। भारत उभरना चाहता है और दुनिया का विनिर्माण केंद्र बनना चाहता है, जो पिछले 30 सालों से चीन बना हुआ है। भारतीय-अमेरिकी उद्यमी मेहता ने कहा, 'क्वाड देशों (जापान, भारत, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका) के अंग के तौर पर भारत के पास जबर्दस्त अवसर हैं। समूह में सिर्फ यही विकासशील देश है जबकि शेष तीनों देश पहले से ही विकसित हैं। भारत में प्रतिभा की भरमार है।' उन्होंने कहा, 'इसलिए, भारत के पास प्रतिभा आधार और चीन के बाद दूसरे सबसे बड़े विनिर्माण आधार के रूप में खड़े होने की क्षमता है।'