दक्षिण अमेरिका के देश वेनेजुएला में प्रदर्शन और हिंसा का दौर शुरू हो चुका है। दरअसल, हाल ही में वेनेजुएला में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुए हैं जिसमें फिर से राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की जीत हुई है। हालांकि, इस चुनाव में धांधली के आरोप लगे हैं जिसके बाद प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया है। AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, निकोलस मादुरो के खिलाफ इस प्रदर्शन में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। माना जा रहा है कि वेनेजुएला में ये प्रदर्शन गृह युद्ध का रूप भी ले सकते हैं।
क्या हैं विपक्ष के आरोप?
दरअसल, बीते 28 जुलाई को वेनेजुएला में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुआ था। इस चुनाव से पहले ज्यादातर सर्वे में विपक्षी उम्मीदवार एडमंडो गोंजालेज को आसानी से जीतता हुआ बताया जा रहा था। हालांकि, जब परिणाम आए तो ये सर्व के ठीक उलट था। इसके बाद से वेनेजुएला के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। विपक्ष ने राष्ट्रपति मादुरो की जीत को मानने से इनकार कर दिया है साथ ही आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग ने धांधली की है।
बाइडेन ने क्या कहा?
वेनेजुएला में बढ़ रहे असंतोष को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी एक्टिव हो गए हैं। जो बाइडेन और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने वेनेजुएला सरकार से राष्ट्रपति चुनाव का मतदान डेटा जारी करने की अपील की है। दोनों नेताओं ने कहा कि चुनावी अधिकारियों को विस्तृत मतदान डेटा को तत्काल जारी करना चाहिए।
तीसरी बार चुने गए मादुरो
वेनेजुएला में चुनावी अधिकारियों चुनाव परिणाम में निकोलस मादुरो को विजेता घोषित किए जाने के बाद से आलोचना हो रही है। आपको बता दें कि निकोलस मादुरौ लगातार तीसरी बार वेनेजुएला के राष्ट्रपति चुने गए हैं। हालांकि, विपक्षी दल ने चुनाव में धांधली के आरोप लगाते हुए नतीजों को खारिज कर दिया है।
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