Highlights
- अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि हम जनरल रावत को एक असाधारण नेता के तौर पर याद रखेंगे।
- अमेरिका के रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने कहा, ‘जनरल रावत ने भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी पर एक अमिट छाप छोड़ी है।
- जनरल मार्क मिले ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह जनरल रावत को एक मित्र के तौर पर तब से जानते हैं जब वह सेना प्रमुख थे।
वॉशिंगटन: अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत एक असाधारण नेता, एक महत्वपूर्ण भागीदार और भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों के मजबूत समर्थक थे तथा उन्होंने दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी को मजबूत करने में मदद की थी। गौरतलब है कि बुधवार को तमिलनाडु में कुन्नूर के समीप भारतीय वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य लोगों की मौत हो गयी।
‘हम जनरल रावत को एक असाधारण नेता के तौर पर याद रखेंगे’
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने अमेरिका-भारत रक्षा संबंधों को मजबूत करने में जनरल रावत की भूमिका की सराहना की। ब्लिंकन ने कहा, ‘भारत के प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल रावत, उनकी पत्नी और सहकर्मियों की दुर्घटना में हुई मौत पर मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। हम जनरल रावत को एक असाधारण नेता के तौर पर याद रखेंगे जिन्होंने देश की सेवा की और अमेरिका-भारत रक्षा संबंधों में योगदान दिया।’
‘जनरल रावत ने भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी पर एक अमिट छाप छोड़ी है’
रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने कहा, ‘जनरल रावत ने भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी पर एक अमिट छाप छोड़ी है और वह भारतीय सशस्त्र सेनाओं के एकीकृत युद्धक क्षमता वाले संगठन के रूप में उभरने में केंद्रीय भूमिका में थे।’ ऑस्टिन ने कहा कि उन्हें इस साल की शुरुआत में जनरल रावत से मिलने का मौका मिला था और वह उन्हें महत्वपूर्ण भागीदार तथा अमेरिका का मित्र मानते हैं।
‘हम दुर्घटना के पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेधना व्यक्त करते हैं’
ऑस्टिन ने कहा कहा, ‘मैं ओर मेरा विभाग हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद रावत परिवार, भारतीय सेना और भारत के लोगों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। रावत परिवार और दुर्घटना के अन्य पीड़ितों के परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। हम इस क्षति से बहुत दुखी हैं।’
‘तबसे उन्हें मित्र के रूप में जानता हूं जब वह भारत के आर्मी चीफ थे’
भारत के पहले CDS के निधन पर शोक जताते हुए ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह जनरल रावत को एक मित्र के तौर पर तब से जानते हैं जब वह सेना प्रमुख थे। मिले ने कहा, ‘उन्हें याद किया जाएगा।’ उन्होंने जनरल रावत के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीरें भी ट्वीट कीं।
‘जनरल रावत अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी के मजबूत समर्थक थे’
विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बुधवार को कहा, ‘हम भारत में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की मौत की खबर सुनकर बहुत दुखी हैं। जनरल रावत एक महत्वपूर्ण भागीदार थे। वह अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी के मजबूत समर्थक थे। उन्होंने दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी को मजबूत करने में मदद की। इन संबंधों में उनकी अहम भूमिका थी। जनरल के परिवार, उस विमान में सवार सभी लोगों के परिवारों और जाहिर तौर पर भारत के लोगों के प्रति हम संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।’
अमेरिका के कई शीर्ष सांसदों ने भी जनरल रावत के निधन पर जताया शोक
पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा कि समस्त रक्षा विभाग की ओर से रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल रावत के निधन से दुखी उनके परिवार, भारतीय सेना और भारत के लोगों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। अमेरिका के कई शीर्ष सांसदों ने भी इस दुखद घटना में भारतीय जनरल की मौत पर शोक जताया है।
‘भारत मजबूत है और दुख की इस घड़ी में अमेरिका आपके साथ खड़ा है’
सीनेटर रिक स्कॉट ने कहा, ‘मैं जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य चालक दल के सदस्यों और यात्रियों की दुखद मृत्यु पर शोकाकुल नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। भारत मजबूत है और दुख की इस घड़ी में अमेरिका आपके साथ खड़ा है।’
‘मैं भारत के लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं’
सीनेटर बिल हागर्टी ने कहा, ‘भारतीय सशस्त्र सेना के प्रमुख जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 12 अन्य लोगों की दुखद मृत्यु के बाद मैं भारत के लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। उनके परिवारों के प्रति मेरी सहानुभूति है।’ कांग्रेस सदस्य मार्क ग्रीन ने ट्वीट किया, ‘विमान दुर्घटना में हुई मौतों के लिए भारत के लोगों और उनके सशस्त्र बलों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मैं हमारी भागीदारी को इस दुख और भविष्य की प्रतिकूलताओं से उबरने के लिए एक स्थायी शक्ति के रूप से उसे विकसित करने के वास्ते हरसंभव प्रयास करना जारी रखूंगा।’