अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक लेखिका द्वारा उन पर लगाए गए दुष्कर्म के आरोपों पर सफाई दी है। उन्होंने लेखिका के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। पूर्व राष्ट्रपति ने इन आरोपों को ‘सबसे हास्यास्पद और घृणित कहानी’ करार दिया। न्यूयॉर्क में बुधवार को एक वीडियो के माध्यम से ज्यूरी के समक्ष दी गई गवाही में ट्रंप ने दावा किया कि ये आरोप ‘मनगढ़ंत’ हैं और उन्होंने मैनहट्टन के डिपार्टमेंट स्टोर में लेखिका ई.जीन कैरल के साथ कभी कोई यौन दुर्व्यवहार नहीं किया था।
कैरल के वकीलों ने ज्यूरी के सामने ट्रंप की वीडियो गवाही का लगभग 30 मिनट लंबा अंश चलाया। इसमें पूर्व राष्ट्रपति यह कहते नजर आ रहे हैं, “अगर यह (यौन दुर्व्यवहार) हुआ होता, तो बात लंबे समय तक नहीं छिप पाती। बेहद व्यस्त स्टोर के कर्मचारियों और खरीदारों को किसी तरह की हलचल की आवाज सुनाई देती और वे प्राधिकारियों को तुरंत सूचित कर देते।” ट्रंप पिछले साल अक्टूबर में रिकॉर्ड किए गए इस वीडियो में यह कहते दिख रहे हैं, “यह सबसे हास्यास्पद और घृणित कहानी है। यह पूरी तरह से मनगढ़ंत है।” यह वीडियो ज्यूरी के प्रत्येक सदस्य के सामने मौजूद स्क्रीन पर प्ले किया गया।
ट्रंप के वकीलों ने दी यह दलील
इस मामले में ट्रंप की पैरवी कर रहे वकीलों ने कहा कि वे किसी भी गवाह को नहीं बुलाएंगे। इसके बाद, न्यायाधीश ने कहा कि मामले में आखिरी बहस संभवत: सोमवार को होगी। मंगलवार को ज्यूरी मामले में विचार-विमर्श शुरू करेगी। ट्रंप अभी तक सुनवाई में शामिल नहीं हुए हैं। बुधवार को आयरलैंड की यात्रा के दौरान ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, “मैंने सुना है कि हम न्यूयॉर्क में बहुत अच्छा कर रहे हैं।” बृहस्पतिवार को मैनहट्टन की संघीय अदालत में ट्रंप की वीडियो गवाही का एक और अंश सुनाए जाने की संभावना है। इसके अलावा, कैरल के वकील तीन और गवाह पेश कर सकते हैं। कैरल ने मामले में हर्जाने की मांग को लेकर ट्रंप के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। वह पूर्व राष्ट्रपति से इस बयान को वापस लेने की भी मांग कर रही हैं कि कैरल द्वारा लगाए गए आरोप मानहानिकारक हैं।