वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी ने मंगलवार देर रात अमेरिकी सीनेट में बहुमत हासिल कर लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्टी ने अपनी सीटों पर जीत के क्रम को दोहराते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी के कब्जे वाली कई सीटों पर जीत हासिल की और 4 साल में पहली बार सीनेट में अपना दबदबा बढ़ा लिया। नेब्रास्का में रिपब्लिकन पार्टी की अप्रत्याशित जीत ने उसे सबसे ऊपर पहुंचा दिया। मौजूदा रिपब्लिकन सीनेटर डेब फिशर ने हाल ही में तेजी से उभरे निर्दलीय नेता डैन ओसबोर्न से आश्चर्यजनक रूप से मजबूत चुनौती का सामना किया।
टेक्सास और फ्लोरिडा में भी डेमोक्रेट्स को मिली नाकामी
बता दें कि सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी को जो थोड़ा बहुत बहुमत प्राप्त था, उसे बचाने वह पूरी तरह नाकाम रही और पूरा आंकड़ा रिपब्लिकन पार्टी के पक्ष में जाते दिखा। रात में ही रिपब्लिकन पार्टी ने वेस्ट वर्जीनिया में एक सीट जीत पर जीत हासिल की, जिसमें जिम जस्टिस ने परचम लहराया। उन्होंने आसानी से रिटायर्ड सीनेटर जो मैनचिन की जगह हासिल कर ली। वहीं, टेक्सास के रिपब्लिकन नेता टेड क्रूज और फ्लोरिडा के रिक स्कॉट को हटाने के डेमोक्रेटिक पार्टी की कोशिश पूरी तरह नाकाम हो गई।
डेमोक्रेटिक पार्टी के वर्चस्व वाले राज्यों पर शिफ्ट हुआ फोकस
अमेरिकी संसद, जिसे कांग्रेस के नाम से जाना जाता है, में प्रतिनिधि सभा और सीनेट के लिए होने वाले चुनाव यह निर्धारित करेंगे कि किस पार्टी के पास बहुमत है। इसके साथ ही यह भी तय हो जाएगा कि राष्ट्रपति के एजेंडे को आगे बढ़ाने या रोकने की शक्ति किस सदन के पास है या फिर व्हाइट हाउस (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक दफ्तर एवं आवास) को क्या विभाजित सदन का सामना करना पड़ेगा। अब सारा का सारा ध्यान डेमोक्रेटिक पार्टी के वर्चस्व वाले राज्यों पेंसिल्वेनिया, मिशिगन और विस्कॉन्सिन पर है, जहां डेमोक्रेटिक पार्टी सीनेट पर अपनी बची हुई पकड़ को बचाने की जंग लड़ रही है।