न्यूयॉर्क: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2024 में होने वाले आम चुनाव में जीत हासिल करने पर सामूहिक निर्वासन अभियान चलाने, मुस्लिम देशों पर प्रतिबंध लगाने और सभी वस्तुओं के आयात पर कस्टम ड्यूटी लगाने की घोषणा की है। राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारी के लिए उनका प्रचार पहले ही शुरू हो चुका है, लेकिन फिलहाल ट्रंप का ज्यादातर समय उनके खिलाफ दर्ज विभिन्न मामलों की सुनवाई में गुजर रहा है। कमाल की बात है कि इतने पर भी वह चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी की दौड़ में आगे चल रहे हैं। ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनने पर अपने कार्यकाल का एजेंडा भी साझा कर चुके हैं। ट्रंप के एजेंडे के कुछ मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
सबसे बड़ा खरेलू निर्वासन चलाएंगे डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका-मेक्सिको बॉर्डर पर ट्रंप का कहना है कि वह प्लान के तहत अमेरिकी आव्रजन एवं सीमाशुल्क कार्यान्वयन विभाग को अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ा घरेलू निर्वासन अभियान चलाने का निर्देश देंगे। उन्होंने कहा है कि उन लोगों को नहीं बख्शा जाएगा जो अमेरिका में वैध रूप से तो रह रहे हैं, लेकिन जिहादियों से सहानुभूति रखते हैं। साथ ही उन्होंने उन छात्रों का वीजा रोकने की भी बात कही है, जो अमेरिका और यहूदी-विरोधी विचार रखते हैं। ट्रंप ने कहा है कि वह अमेरिका-मेक्सिको सीमा की सुरक्षा के प्रयास के तहत विदेश में तैनात हजारों सैनिकों और एंटि-नारकोटिक्स ऑपरेशन तथा FBI के एजेंट को आव्रजन विभाग में ट्रांसफर कर देंगे।
ट्रंप ने यह भी कहा है कि अगर वह सत्ता में आए तो बॉर्डर पर और भी ज्यादा दीवार बनाएंगे। वह 7 मुस्लिम बहुल देशों के लोगों पर एक बार फिर यात्रा प्रतिबंध लगाना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने इस प्रतिबंध का दायरा बढ़ाने की भी बात कही है, ताकि ‘कट्टरपंथी इस्लामवादी आतंकवादियों को देश से बाहर निकाला जा सके।’ ट्रंप ने इजराइल पर हमास के हमले के मद्देनजर प्रवासियों की ‘वैचारिक स्क्रीनिंग’ का भी वादा किया है।
विदेशी वस्तुओं पर टैक्स की नई व्यवस्था बनाएंगे
व्यापार ट्रंप ने कहा है कि वह ज्यादातर विदेशी वस्तुओं पर 10 प्रतिशत कर लगाने के लिए एक व्यवस्था कायम करेंगे। अगर व्यापार साझेदार अपने देश की मुद्रा से हेर-फेर या अनुचित व्यापार तरीकों का इस्तेमाल करते पाए गए तो उनपर जुर्माना भी लगाया जाएगा। ट्रंप ने कहा है कि वह आग्रह करेंगे कि कांग्रेस एक ‘ट्रंप पारस्परिक व्यापार अधिनियम’ पारित करे, जिससे राष्ट्रपति को अमेरिका पर सीमाशुल्क लगाने वाले किसी भी देश पर पारस्परिक सीमाशुल्क लगाने का अधिकार मिल सके।
ट्रंप की बातों से साफ हो रहा है कि उनका ज्यादातर एजेंडा चीन पर केंद्रित होगा। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स, स्टील और फार्मास्यूटिकल्स समेत आवश्यक वस्तुओं के चीनी आयात को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के लिए चार साल की योजना पेश की है। वह ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और कृषि जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण अमेरिकी बुनियादी ढांचे के अधिग्रहण को लेकर चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं।
‘शपथ लेने से पहले रुकवा दूंगा रूस-यूक्रेन की जंग’
विदेश नीति को लेकर ट्रंप का दावा है कि राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ही वह रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रुकवा देंगे। ट्रंप का कहना है कि उनके एजेंडे में ‘यूक्रेन को अमेरिकी पैसे के अंतहीन प्रवाह’ को समाप्त करना और यूरोपीय देशों से यह कहना शामिल है कि अमेरिकी खजाने से यूक्रेन को जो धन प्रदान किया गया है, वे उसकी भरपाई करें। ट्रंप ने कहा है कि वह हमास से युद्ध में इजरायल के साथ खड़े रहेंगे और आतंकवादी गुट को ‘नष्ट’ करने के इजरायल के प्रयासों का समर्थन करेंगे। उनका कहना है कि वह उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के उद्देश्य और मिशन का ‘मौलिक रूप से पुनर्मूल्यांकन’ जारी रखेंगे।
‘शिकागो जैसे शहरों में भेजेंगे नेशनल गार्ड’
जन सुरक्षा को लेकर ट्रंप के एजेंडे के मुताबिक वह एक बार फिर नेशनल गार्ड को शिकागो जैसे हिंसा से जूझ रहे शहरों में भेजने पर जोर देंगे। वह स्थानीय सरकारों को मजबूत बनाने के लिए फेडेरल गवर्नमेंट की फंडिंग और अभियोजन अधिकारियों की सेवा लेने की अनुमति देंगे। ट्रंप का कहना है कि स्थानीय पुलिस को दुकानों को लूटने के संदिग्धों को गोली मारने का अधिकार दिया जाना चाहिए। उन्होंने एक हालिया भाषण में कहा,‘अगर आप किसी दुकान को लूटते हैं, तो आप पूरी उम्मीद कर सकते हैं कि जब आप उस दुकान को छोड़ रहे हों तो आपको गोली मार दी जाएगी।’ ट्रंप ने ड्रग्स तस्करों और महिलाओं व बच्चों की तस्करी करने वालों के लिए मौत की सजा का आह्वान किया है।