वाशिंगटन: अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अमेरिका सरकार ने अब ट्रंप के खिलाफ नए सिरे से अभियोग दायर कर दिया है। अमेरिका की संघीय सरकार ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के बाद अमेरिकी संसद परिसर ‘कैपिटल हिल’ में हुए दंगों के संबंध में यह अभियोग नए तरीके से दायर किया है। इस बार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मंगलवार को नए सिरे से अभियोग दायर कर उन पर लगाए गए आरोपों को सीमित कर दिया गया है।
दरअसल उच्चतम न्यायालय ने पूर्व राष्ट्रपतियों को अभियोगों से छूट होने के संबंध में हाल में एक फैसला सुनाया था, जिसके बाद नए सिरे से अभियोग दायर किया गया है और पुराने अभियोग के उस भाग को हटा दिया गया है, जिसमें चुनाव में हुई हार को पलटने के लिए विधि मंत्रालय की कानून प्रवर्तन शक्तियों का प्रयोग करने के प्रयास का ट्रंप पर आरोप लगाया गया था। उच्चतम न्यायालय ने पिछले महीने तीन के मुकाबले छह के बहुमत से फैसला सुनाया था कि इस संबंध में आरोपों से ट्रंप को पूरी तरह छूट प्राप्त है।
अभियोग पर ट्रंप की ओर से लगाया गया गंभीर आरोप
उच्चतम न्यायलय ने अभियोजकों और बचाव पक्ष के वकीलों को यह बताने को कहा था कि ‘व्हाइट हाउस’ (अमेरिकी के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) के आधिकारिक कृत्यों को लेकर पूर्व राष्ट्रपतियों को अभियोजन से संभावित छूट संबंधी उसके फैसले के बाद वे मामले में कैसे आगे बढ़ना चाहते हैं। यह बताने के लिए दी गई समयसीमा से तीन दिन पहले विशेष वकील जैक स्मिथ ने नए सिरे से अभियोग दायर किया। ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर साझा किए बयान में नए अभियोग को ‘‘हताशा में उठाया गया कदम’’ बताया और कहा कि यह अभियोग उन्हें निशाना बनाने की एक और कोशिश है। उन्होंने कहा कि नए अभियोग में भी ‘‘वे सभी समस्याएं हैं जो पुराने अभियोग में थीं और इसे तुरंत खारिज कर दिया जाना चाहिए।