अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ न्यूयॉर्क की अदालत में धोखाधड़ी के दीवानी मामले में गुरुवार को सुनवाई हुई। ट्रंप पर समापन जिरह करने पर आधिकारिक रूप से रोक लगाई गई थी। हालांकि, इसके बावजूद भी उन्होंने कोर्ट में अपनी बात रखने का मौका खोज लिया। ट्रंप ने न्यायाधीश के सामने करीब 6 मिनट तक अपनी बात रखी। हालात ऐसे हो गए कि जज को उन्हें रोककर लंच की घोषणा करनी पड़ गई।
क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप?
दरअसल, न्यायाधीश द्वारा उन्हें बोलने से रोके जाने से पहले ट्रंप को यह कहने का मौका मिल गया कि सुनवाई की प्रक्रिया मेरे साथ धोखाधड़ी है। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे पास ऐसी स्थिति है जहां मैं एक निर्दोष आदमी हूं। मेरा राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में शामिल किसी व्यक्ति द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा है। ट्रंप के करीब छह मिनट बोलने के बाद न्यायाधीश आर्थर एंगोरोन ने उन्हें रोक दिया और दोपहर के लंच की घोषणा कर दी।
जज के घर पर बम की धमकी
अदालत ने इससे पहले ट्रंप को मुकदमे में अंतिम दलीलों के दौरान उनका पक्ष रखने की अनुमति रद्द कर दी थी। इससे कुछ घंटे पहले न्यायाधीश के घर में बम रखा होने की धमकी मिली थी जिसके बाद अधिकारियों ने न्यायाधीश के आवास पर तलाशी ली थी।
राष्ट्रपति रेस में ट्रंप आगे
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से डोनाल्ड ट्रंप अभी सबसे आगे चल रहे हैं। हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस वक्त अपने ऊपर लगे मुकदमों से जूझ रहे हैं। बता दें कि अमेरिका में नवंबर 2024 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने की संभावना है। अगर रेटिंग की बात करें तो इस रेस में ट्रंप सबसे आगे हैं। (इनपुट: भाषा)
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