शेरिडन: यूक्रेन में जन्मी पहली और इकलौती रिपब्लिकन सांसद विक्टोरिया स्पार्ट्ज ने अमेरिकी संसद में, रूस के खिलाफ युद्ध में अपने मूल देश का पहले समर्थन किया था लेकिन जब हाल में सदन में युद्ध प्रयास के तहत यूक्रेन को 61 अरब डॉलर की अतिरिक्त सहायता देने का प्रस्ताव आया तो उन्होंने इसके खिलाफ वोट किया। इसके बजाय उन्होंने अमेरिकी निधि की बेहतर निगरानी का आह्वान किया और यूक्रेन को ‘‘ब्लैंक चेक’’ देने का विरोध किया।
अमेरिका ने यूक्रेन को भेजी मदद
विक्टोरिया स्पार्ट्ज ने कहा कि अमेरिका की सीमा सुरक्षा ज्यादा बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए। उनका यह कदम सदन में उनकी पार्टी रिपब्लिकन और उनके इंडियाना कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट के मतदाताओं के रुख के अनुरूप है। इस सहायता पैकेज में इजराइल, ताइवान और अन्य देशों के लिए सहायता भी शामिल थी। सदन ने इसे 20 अप्रैल को स्वीकृति दे दी, सीनेट ने मंगलवार को इस पर मुहर लगाई और राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को इस पर हस्ताक्षर कर इसे कानून की शक्ल दे दी।
अमेरिकी लोगों की सुरक्षा है जरूरी
स्पार्ट्ज ने हाल में एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘मेरी जिम्मेदारी अमेरिकी लोगों की सुरक्षा है।’’ इंडियाना राज्य के पूर्व प्रतिनिधि और राजनीतिक टिप्पणीकार माइक मर्फी ने एक साक्षात्कार में कहा कि इन दिनों यूक्रेन के लिए फंडिंग रिपब्लिकन मतदाताओं के लिए प्राथमिकता नहीं है। स्पार्ट्ज ने दोबारा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। 5वीं डिस्ट्रिक्ट सीट के लिए उनके ज्यादातर विरोधियों ने कहा है कि यूक्रेन को निधि भेजने से कहीं बड़ी प्राथमिकता अमेरिका-मेक्सिको सीमा की रक्षा होनी चाहिए।
यूक्रेन पर रूस के हमला ‘नरसंहार’
गौरतलब है कि, रूस और युक्रेन के बीच जंत तीसरे साल में प्रवेश कर दगई है। जंग थमने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। रूस ने यूक्रेन पर हाल के दिनों में हमले तेज कर दिए हैं। यहां यह भी बता दें कि, 2022 में एक संवाददाता सम्मेलन में विक्टोरिया स्पार्ट्ज भावुक नजर आईं थी और यूक्रेन पर रूस के हमले को ‘नरसंहार’ बताया था। लेकिन अब उनके रुख से सभी को हैरानी हो रही है। (एपी)
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