प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की ऐतिहासिक यात्रा पर आज सुबह रवाना हो चुके हैं। मंगलवार को वह अमेरिका पहुंच जाएंगे। पीएम मोदी की इस यात्रा को लेकर पूरी दुनिया की नजर है। जहां भारत और अमेरिका के संबंधों के इतिहास में यह यात्रा एक नया अध्याय जोड़ने को आतुर है तो वहीं दुनिया के तमाम देश दो ताकतवर देशों के बीच संवाद से विश्व की भलाई का रास्ता निकलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। आज दुनिया के तमाम देशों को भारत के प्रधानमंत्री से असीम उम्मीदें हैं। वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी की यह यात्रा चीन की चिंता का कारण भी है। वजह साफ है कि इस यात्रा के दौरान भारत के प्रधानमंत्री का दुनिया के सबसे अमीर उद्योगपति एलन मस्क समेत दो दर्जन से अधिक उद्यमियों और विशेषज्ञों से मिलने का कार्यक्रम है। इससे चीन को चिंता है कि पीएम मोदी इन उद्यमियों को अपने देश में निवेश के लिए रिझा सकते हैं। वैसे भी अमेरिका की तमाम मल्टीनेशनल कंपनियां चीन से अपना कारोबार समेट कर भारत में विकल्प की तलाफ में जुटी हैं।
अब मंगलवार को टेस्ला और ट्विटर के मालिक एलन मस्क समेत उद्यमी, नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री पॉल रोमर, कलाकार, वैज्ञानिक, विद्वान, शिक्षाविद और स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात खासकर ऐसे वक्त में अहम मानी जा रही है। जब अमेरिका और चीन में तनाव व प्रतिद्वंदिता के चलते कई सारी अमेरिकी कंपनियां भारत में निवेश का विकल्प तलाश रही हैं। इसी आशंका से चीन को चिंता भी हो रही है। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी लेखक निकोलस नासिम तालिब और निवेशक रे डालियो से मुलाकात कर सकते हैं।
भारत के साथ सहयोग और निवेश पर हो सकती है चर्चा
अधिकारियों के अनुसार जिन अन्य प्रमुख हस्तियों के प्रधानमंत्री से मिलने की संभावना है उनमें फालू शाह, जेफ स्मिथ, माइकल फ्रोमैन, डेनियल रसेल, एलब्रिज कॉल्बी, पीटर एग्रे, स्टीफन क्लास्को और चंद्रिका टंडन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन मुलाकातों के दौरान बेहतर तालमेल, अमेरिका के घटनाक्रम को समझने और एजेंडे में शामिल अन्य मुद्दों के अलावा लोगों को भारत के साथ सहयोग और निवेश करने के लिए आमंत्रित करने जैसे मुद्दों के बारे में बातचीत हो सकती है। उन्होंने कहा कि मोदी जिस देश का दौरा करते हैं, लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए अक्सर उन देशों के प्रबुद्ध लोगों और हस्तियों से मिलते हैं।