वाशिंगटन: चीन के हैकरों ने दुनिया के कई देशों को टारगेट पर ले रखा है। वह लगातार अलग-अलग देशों और उनकी नामी-गिरामी कंपनियों पर साइबर अटैक कर रहे हैं। चीन के इस साइबर हमले से अमेरिका भी अछूता नहीं है। ह्वाइट हाउस का आरोप है कि चीन ने कम से कम 8 अमेरिकी दूरसंचार कंपनियों पर हमला किया है। इतना ही नहीं अमेरिका के अलावा भी चीन ने कई अन्य देशों के दूरसंचार व कम्प्यूटर नेटवर्क पर हमला किया है।
ह्वाइट हाउस का दावा है कि अमेरिका समेत दुनिया के कई देश चीन के ‘हैकिंग’ अभियान से प्रभावित हुए हैं। व्हाइट हाउस (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ऐनी न्यूबर्गर ने व्यापक चीनी ‘हैकिंग’ अभियान के बारे में नए विवरण पेश किए। विवरण के अनुसार, चीन के इस ‘हैकिंग’ अभियान के कारण बीजिंग में अधिकारियों को अज्ञात संख्या में अमेरिकियों के निजी संदेशों और फोन पर होने वाली बातचीत तक पहुंच प्राप्त हुई थी।
एफबीआई उठा रही कदम
न्यूबर्गर ने ‘हैकिंग’ के इस मामले का खुलासा संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) और साइबर सुरक्षा एवं अवसंरचना सुरक्षा एजेंसी द्वारा ‘हैकिंग’ और उससे जुड़े लोगों को जड़ से उखाड़ने तथा भविष्य में इसी प्रकार की साइबर जासूसी को रोकने के लिए दिशानिर्देश जारी करने के एक दिन बाद किया। व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने आगाह किया कि प्रभावित दूरसंचार कंपनियों और देशों की संख्या अभी बढ़ सकती है। इसलिए हैकरों को रोकने के लिए अमेरिका ने अपनी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। (एपी)