चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने ऐतिहासिक दौरे पर अमेरिका पहुंचे हुए हैं। यहां शी जिनपिंग ओर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच बैठक हुए है जिस पर पूरी दुनिया की नजर है। दोनों देशों के बीच इस बैठक को तनाव कम करने को लेकर बड़ा कदम बताया जा रहा है। हालांकि, अमेरिका में चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने कुछ ऐसा कह दिया है जिससे पूरी दुनिया में उनका मजाक बन सकता है।
कभी विदेशी भूमि पर कब्जा नहीं किया
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गुरुवार को जो बहाइडेन के साथ बैठक के बाद एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) शिखर सम्मेलन के मौके पर रात्रिभोज में भाग लिया। यहां शी जिनपिंग ने दावा किया कि उनके देश ने आज तक कोई संघर्ष या युद्ध नहीं भड़काया है। न ही चीन ने कभी किसी विदेशी भूमि की एक इंच पर भी कब्जा किया है। उन्होंने कहा कि पीपुल्स रिपब्लिक की स्थापना के बाद से 70 वर्षों या उससे अधिक समय में, चीन ने कोई संघर्ष या युद्ध नहीं भड़काया है।
बाइडेन ने साधा निशाना
शी जिनपिंग के साथ बैठक दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन के शिनजियांग, तिब्बत और हांगकांग सहित कई इलाकों में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर चिंता जताई। राष्ट्रपति बिडेन ने मानवाधिकारों और सभी देशों की अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने की जिम्मेदारी पर भी बात की। इस बैठक के बाद लोग दोनों देशों में तनाव कम होने के कयास लगा रहे हैं।
भारत से जारी है तनाव
चीन ने 1962 युद्ध के बाद से ही अब तक भारत के 'अक्साई चिन' पर कब्जा कर रखा है। इसके साथ ही LAC पर भी उसकी ओर से कई बार विवाद शुरू किए गए हैं। साल 2020 में गलवान में हुई झड़प इसका सबसे ताजा उदाहरण है। दोनों देशों ने इस झड़प के बाद से ही बड़ी संख्या में अपनी सेनाओं को LAC के पास तैनात कर रखा है।
ये भी पढ़ें- चार घंटे तक "चीन से चार हुई आंखें", बाइडेन और शी जिनपिंग ने फिर किया बड़ा ऐलान
ये भी पढ़ें- US_China Summit के कुछ घंटे बाद ही बदल गए बाइडेन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को बताया "तानाशाह"