America News: अमेरिका इस बात को लेकर काफी चिंतित है कि चीन द्वारा भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और श्रीलंका को दिए जा रहे कर्ज का उपयोग जबरन फायदा उठाने के लिए किया जा सकता है। दक्षिण और मध्य एशिया के मामलों के अमेरिकी सहायक सचिव डोनाल्ड लू ने इस बात को लेकर चिंता जाहिर की है।
अमेरिकी सहायक सचिव डोनाल्ड लू सचिव एंटनी ब्लिंकन की भारत, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान की आगामी यात्रा का पूर्वावलोकन करते हुए एक विशेष प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। डोनाल्ड लू ने कहा कि भारत के निकटवर्ती देशों को चीन की ओर से दिए जा रहे कर्ज को लेकर हम काफी चिंतित हैं। हमें लगता है कि इस कर्ज का उपयोग जबरदस्ती फायदा उठाने के लिए किया जा सकता है।
पाकिस्तान और श्रीलंका को चीन द्वारा दिए जा रहे है कर्ज के प्रश्न के उत्तर में लू ने कहा कि हम इस संबंध में भारत और इन दोनों देशों से बात कर रहे हैं कि कैसे हम इन देशों को अपने निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं। साथ ही वे अपने फैसले खुद लें और किसी बाहरी साझेदार के दबाव में न आएं।
1 मार्च को एंटनी ब्लिंकन भारत आएंगे
गौरतलब है कि सचिव एंटनी ब्लिंकन 1 मार्च को जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए नई दिल्ली की यात्रा करेंगे। अमेरिकी विभाग ने कहा कि इस दौरन वह बहुपक्षवाद को मजबूत करने, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, सतत विकास, नशीले पदार्थों का मुकाबला करने, वैश्विक स्वास्थ्य, मानवीय सहायता, लैंगिक समानता, महिला सशक्तिकरण और आपदा राहत पर सहयोग को गहरा करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
जी20 की बैठक के दौरान विभिन्न चुनौतियां के समाधान पर होगी वार्ता
डोनाल्ड लू ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान आर्थिक और व्यावसायिक मामलों के अमेरिकी सहायक सचिव रामिन टोलोई भी मौजूद थे। प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि "सचिव ब्लिंकेन भारत के जी20 अध्यक्षीय वर्ष के हिस्से के रूप में दिल्ली जाने के लिए उत्सुक हैं। भारत के लिए जी20 की अध्यक्षता एक सफलता है।
ये भी पढ़ें:
रूस-यूक्रेन जंग पर UNGA में भारत ने क्यों नहीं लिया वोटिंग में हिस्सा, बताई ये खास वजह
80 साल के जो बाइडन अगला राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए तैयार, जानें उनकी पत्नी ने क्या कही बात?
ऑस्ट्रेलिया: हिंदू मंदिरों पर फिर हमले, जयशंकर के लौटते ही भारतीय दूतावास पर लगाया खालिस्तानी झंडा