America News: अमेरिका में भारतवंशी शासन, प्रशासन और कॉर्पोरेट सेक्टर में बढ़ चढ़कर काम कर रहे हैं। लेकिन कुछ ऐसे भारतीय अमेरिकी भी हैं, जिनकी वजह से भारतवंशियों को शर्मिंदा होना पड़ता है। ऐसे ही एक मामले में एक भारतीय अमेरिकी शख्स को एक करोड़ डॉलर से ज्यादा की जालसाजी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस शख्स ने 7 हजार से अधिक लोगों को झांसा दिया है।
अमेरिका के न्यूजर्सी में एक भारतीय अमेरिकी को तकनीकी सहायता कंपनी के घोटाले में शामिल होने आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसने सात हजार से अधिक लोगों को झांसा देकर उनसे लगभग 1.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर की धोखाधड़ी की। अमेरिका के एक वकील ने गुरुवार को यह जानकारी दी। सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर वित्तीय धोखाधड़ी की साजिश के एक मामले में आरोपी मनोज यादव नेवार्क संघीय अदालत में अमेरिकी मजिस्ट्रेट जज जोस आर.अलमोंटे के समक्ष पेश हुआ।
सॉफ्टवेयर कंपनी से खुद को जुड़ा बताता था शख्स
अमेरिकी वकील फिलिप आर सेलिंगर ने कहा, ‘प्रतिवादी और उसके साथ साजिश में शामिल लोगों पर आरोप है कि उन्होंने कई पीड़ितों को यह बताकर झांसे में लिया कि वे एक प्रमुख सॉफ्टवेयर कंपनी से संबद्ध एक वैध टेक्नोलॉजी सहायता कंपनी से जुड़े हैं।’ उन्होंने आरोप लगाया कि सॉफ्टवेयर कंपनी के लोकप्रिय अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर से जुड़ी समस्या का तकनीकी समाधान प्रदान करने का दावा करने के बाद उन्होंने कथित तौर पर पीड़ितों से सेवाओं के लिए अत्यधिक शुल्क वसूला जो सॉफ्टवेयर कंपनी द्वारा अधिकृत नहीं थे। आरोप है कि यादव इस धोखाधड़ी में व्यक्तिगत रूप से शामिल रहा। (भाषा)