Brazil: ब्राजील के धुर दक्षिणपंथी पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के सैकड़ों समर्थकों ने राजधानी ब्रासीलिया में जमकर बवाल काटा। बोल्सोनारो के समर्थक नए राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्व के शपथ लेने के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां रविवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारी पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर कांग्रेस (संसद भवन), राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में धावा बोल दिया। पुलिस ने इन सरकारी इमारतों में घुसे करीब 400 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। ब्राजील के नए राष्ट्रपति लुइज ने इस हमले की निंदा की। वहीं, पूर्व राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय कांग्रेस में "लूट और आक्रमण" की निंदा करते हुए घेराबंदी पर प्रतिक्रिया दी।
प्रदर्शनकारी जो हरे और पीले झंडे के कपड़े पहने थे, उनमें से कुछ लोग सदन अध्यक्ष की कुर्सी पर चढ़ गए और वहां उसके आस-पास जमा हो गए। सुप्रीम कोर्ट के मुख्यालय को रौंद डाला और रैम्प से प्लानाल्टो प्रेसिडेंशियल पैलेस तक चढ़ गए। प्रदर्शनकारियों की भीड़ कांग्रेस भवन की छत पर चढ़ गई। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फुटेज में प्रदर्शनकारियों को कांग्रेस भवन में घुसने के लिए दरवाजे और खिड़कियां तोड़ते हुए देखे जा सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने की घटना की निंदा
इसे लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों की ओर से देश की कांग्रेस, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में घुसने की घटना की निंदा की। बाइडन ने ब्राजील के राष्ट्रपति को टैग करते हुए ट्वीट किया, "मैं ब्राजील में लोकतंत्र और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण पर हमले की निंदा करता हूं। ब्राजील की लोकतांत्रिक संस्थाओं को अमेरिका का पूरा समर्थन प्राप्त है और ब्राजील के लोगों की इच्छा को कमजोर नहीं किया जाना चाहिए। मैं राष्ट्रपति लूला के साथ काम करना जारी रखने के लिए उत्सुक हूं।"
बता दें कि ब्राजील की इस घटना ने अमेरिका की कैपिटल हिंसा की याद दिला दी। तब 6 जनवरी 2021 को अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक घुस गए थे और जमकर बवाल काटा था। इस हिंसा के पीछे ट्रंप का हाथ बताया गया था। हिंसा में पांच लोग मारे गए थे, जबकि सौ से अधिक घायल हुए थे। ट्रंप पर प्रतिनिधि सभा द्वारा अभूतपूर्व विद्रोह को उकसाने का आरोप लगाया गया था, जो उनके महाभियोग की वजह बना।
जायर बोल्सनारो को चुनाव में मिली शिकस्त
गौरतलब है कि 77 वर्षीय अनुभवी वामपंथी नेता लूला डा सिल्व ने चुनावों में जायर बोल्सनारो को हराकर पदभार संभाला है। घटना को लेकर उन्होंने कहा, "हम पता लगाएंगे कि ये उपद्रवी कौन हैं और कानून की पूरी ताकत के साथ उनसे निपटेंगे।" चुनाव में बोल्सोनारो को बुरी तरह से हराने के बाद से लूला को सत्ता संभालने से रोकने के लिए बोल्सोनारो के समर्थक ब्राजील में सेना के ठिकानों के बाहर सैन्य हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं।