अमेरिका से अक्सर अश्वेत लोगों को प्रताड़ित करने की खबरें सामने आती रहती हैं। हाल में ऐसी ही एक घटना फिर से सामने आई है, जहां एक अश्वेत महिला के साथ अमेरिकी पुलिस ने जो कुछ भी किया उसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते। दरअसल, अश्वेत महिला ने इमरजेंसी नंबर 911 पर कॉल कर पुलिस से मदद मांगी थी। महिला ने पुलिस को कॉल कर बताया था कि उसके घर में एक संदिग्ध व्यक्ति के घुस आया है। पुलिस मदद के लिए तो आई लेकिन पुलिस ने महिला की मदद करने की जगह उसे मौत की नींद सुला दी।
पुलिस ने अश्वेत महिला को मारी थी गोली
घटना अमेरिका के इलिनॉय प्रांत की है। जहां एक 36 वर्षीया अश्वेत महिला को एक पुलिसकर्मी ने 6 जुलाई को गोली मार दी थी। महिला का नाम सोन्या मैसी था। महिला की शिकायत पर मदद के लिए 2 पुलिसकर्मी उसके घर पर पहुंचे थे। इसी दौरान उन लोगों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। जिसके बाद उन पुलिसकर्मियों में से एक ने उस महिला को गोली मार दी। मामले में पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया था।
घटना का वीडियो आया सामने
फिलहाल घटना से जुड़े 36 मिनट का एक बॉडी-कैमरा फुटेज सोमवार को जारी किया गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी सीन ग्रेसन और एक दूसरा पुलिसकर्मी सोन्या से बात कर रहे हैं। कुछ देर बाद महिला अपने किचन में जाती है और वहां पर गर्म पानी से भरे एक मग को उठाती है। इसे देखकर पुलिसकर्मी पीछे हट जाता है। इसके बाद पुलिसकर्मी महिला पर बंदूक तान देता है। दोनों पुलिसकर्मी महिला से पानी से भरे पॉट को नीचे रखने को कहते हैं। लेकिन महिला ऐसा नहीं करती। जिसके बाद पुलिसकर्मी सीन ग्रेसन महिला पर दनादन तीन गोलियां दाग देता है। गोली मारने के बाद दूसरा पुलिसकर्मी मेडिकल सर्विस बुलाने को कहता है लेकिन सीन ग्रेसन उसे ऐसा करने से मना कर देता है। सीन ग्रेसन बोलता है कि महिला के सिर में गोली लगी है और उसकी मौत हो चुकी है। इसके बाद ग्रेसन घर से बाहर निकलकर इस घटना की सूचना लॉ इन्फोर्समेंट ऑफिसर को देता है और कहता है कि वह महिला पागल थी।
फिलहाल पुलिसकर्मी जेल में और मामला अदालत में
मामला अदालत में पहुंचा, जहां पुलिसकर्मी सीन ग्रेसन पर फर्स्ट डिग्री मर्डर का आरोप लगाया गया है। ग्रेसन ने खुद को निर्दोष बताया है, लेकिन अदालत ने सीन ग्रेसन को रिहा करने से मना कर दिया है। सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्वेत महिला सोन्या मैसे के वकील ने न्याय के लिए अदालत से अपील की है। जब अदालत ने मृतक महिला के वकील से पूछा कि क्या महिला मानसिक बीमारी से ग्रस्त थी तो इसके जवाब में वकील ने अदालत को बताया कि मृतक महिला को मानसिक समस्या थी लेकिन वह किसी को इतना नुकसान नहीं पहुंचा सकती थी कि उसे गोली ही मार दी जाए। उसने पुलिस से मदद मांगी थी लेकिन पुलिस ने उसके चेहरे पर गोली चला दी।
घटना पर बोले मृतक महिला के पिता
मृतक महिला सोन्या मैसी के पिता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पहले उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनकी बेटी को पुलिस वालों ने ही गोली मारी थी। उन्हें लगता था कि यह काम किसी लुटेरे का है। लेकिन जब वीडियो इंटरनेट पर सामने आया तो उन्हें इस बात की खबर हुई।
बॉडी कैमरा फुटेज से सच आया सामने
सीन ग्रेसन पर दायर चार्जशीट के मुताबिक, सीन ग्रेसन ने अपना बॉडी कैमरा महिला को गोली मारने के बाद चालू किया था जबकि उसके साथ मौजूद अन्य पुलिसकर्मी ने अपना बॉडी कैमरा महिला के घर में घुसने से पहले ही चालू कर दिया था। इस बॉडी कैमरे की फुटेज से घटना की सच्चाई का पता चला सका है।
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