Biden on Jinping: पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर हैं। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने बड़ा बयान दे दिया है। यह बयान चीन के होश उड़ाने वाला है। जो बाइडन ने चीन पर भड़कते हुए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को 'तानाशाह' की उपमा दे डाली है। अमेरिकी राष्ट्रपति का बयान ऐसे समय में आया है जब पीएम मोदी अमेरिका की यात्रा पर हैं और अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन हाल ही में चीन की यात्रा पर जिनपिंग से मिलने के बाद लौटकर आए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को तानाशाह कहा। इससे पहले हाल ही में दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन का दौरा कर शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के एक दिन बाद ही जो बाइडन की ये टिप्पणी आई है। इससे यह प्रतीत हो रहा है कि ब्लिंकन के साथ जिनपिंग की हालिया बैठक बेनतीजा रही। अनुमान है कि जिनपिंग ने ब्लिंकन से बातचीत में नाराजगी भरा रुख रखा होगा। यही कारण है कि ब्लिंकन के अमेरिका आते ही जो बाइडन ने चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग को 'तानाशाह' कह डाला।
जब शर्मिंदा हो गए थे जिनपिंग..., जानें बाइडन ने क्या कहा?
बाइडन ने दावा किया कि हाल ही में अमेरिका के ऊपर से एक चीनी गुब्बारा उड़ाया गया तो शी जिनपिंग बहुत शर्मिंदा हुए थे। बाइडन ने कैलिफोर्निया में एक फंडरेजर प्रोग्राम में शी जिनपिंग पर टिप्पणी करते हुए कहा कि 'जब मैंने उस गुब्बारे को जासूसी उपकरणों से भरी दो बॉक्स कारों के साथ नीचे गिराया, तो शी जिनपिंग बहुत परेशान हो गए थे। यह तानाशाहों के लिए बड़ी शर्मिंदगी की बात है।'
गौरतलब है कि चीनी जासूसी गुब्बारे के पेंटागन के पास आकाश में दिखाई देने पर अमेरिका ने मिसाइल से इसे नीचे गिरा दिया था। इस घटना के बाद अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ गया था।
ब्लिंकन और जिनपिंग के बीच हुई थी मुलाकात
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन और जिनपिंग ने 19 जून को वाशिंगटन और बीजिंग के बीच तीव्र प्रतिद्वंद्विता को स्थिर करने के लिए अपनी बैठक में सहमति व्यक्त की थी। लेकिन, चीन की यात्रा के बावजूद राज्य सचिव को कोई बड़ी सफलता हासिल नहीं हुई। वे आने वाले हफ्तों और महीनों में अमेरिकी अधिकारियों की और यात्राओं के साथ राजनयिक जुड़ाव जारी रखने पर सहमत हुए है।
पीएम मोदी और बाइडन चीन पर कर सकते हैं चर्चा
बाइडन ने मंगलवार को यह भी कहा कि हिंद प्रशात क्षेत्र की शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए 'क्वाड' का गठन किया है। इससे जिनपिंग चिंतित थे। क्वाड में जापान, ऑस्ट्रेलिया, भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। अब अमेरिका की यात्रा पर गए पीएम मोदी की बाइडन के साथ 'क्वाड' और चीन से जुड़े मुद्दों पर बात हो सकती है, क्योंकि दोनों क्वाड के सदस्य देश हैं।