America China: चीन और अमेरिका में हाल के समय में तनाव जारी है। दक्षिण चीन सागर में फिलिपींस के पक्ष में अमेरिका खड़ा है और चीन को चेतावनी दी है। वहीं रूस यूक्रेन युद्ध में जहां अमेरिका यूक्रेन को मदद कर रहा है, वहीं चीन परोक्ष रूप से रूस को मदद कर रहा है। यही नहीं, मिडिल ईस्ट में भी चीन अमेरिका के दबदबे को खत्म करने की कोशिश में लगा हुआ है। अमेरिका को चुनौती देने की चीन की कोशिशों के कारण दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है। इन सबके बीच चीन के विदेश मंत्री वांग यी अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी 26 से 28 अक्टूबर तक अमेरिका की यात्रा पर जाएंगे। वांग यी अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर बृहस्पतिवार वाशिंगटन पहुंचेंगे, जहां वह अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। यह बातचीत चीन के साथ संवाद बनाए रखने की बाइडन प्रशासन की कोशिशों का एक हिस्सा है। अमेरिका के विदेश विभाग ने सोमवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि ब्लिंकन 26 से 28 अक्टूबर तक वाशिंगटन में चीन के विदेश मंत्री वांग यी की मेजबानी करेंगे।
संवाद का खुला चैनल बनाए रखने की कोशिश का हिस्सा है यह दौरा
विज्ञप्ति के मुताबिक, दोनों नेता अमेरिका-चीन संबंधों का जिम्मेदाराना ढंग से प्रबंधन करने और संवाद के खुले चैनल बनाए रखने के प्रयासों के तहत कई द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। अमेरिका और चीन के रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में बेहद तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। दोनों देशों ने 2018 में एक-दूसरे के सामान पर आयात शुल्क में वृद्धि की थी, जिससे उनके बीच व्यापार विवाद गहरा गया है।
अगले महीने मिल सकते हैं बाइडेन और जिनपिंग
विज्ञप्ति में कहा गया है, “वाशिंगटन अमेरिकी हितों एवं मूल्यों को आगे बढ़ाने, मतभेद वाले मुद्दों को सुलझाने और साझा अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों से निपटने की दिशा में प्रगति करने के लिए कूटनीति का इस्तेमाल करना जारी रखेगा।” वांग की वाशिंगटन यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब अमेरिकी सांसदों ने चीन से दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच आर्थिक एवं व्यापारिक मतभेदों को पाटने की मांग तेज कर दी है। यह यात्रा सैन फ्रांसिस्को में अगले महीने प्रस्तावित एक क्षेत्रीय सम्मेलन के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके अमेरिकी समकक्ष जो बाइडन के बीच संभावित द्विपक्षीय बैठक से पहले हो रही है। बैठक में द्विपक्षीय रिश्तों में आई तल्खी को कम करने के उपायों पर चर्चा होने की संभावना है।