America News: अमेरिकी चंद्रयान हाल ही में चांद के मिशन पर गया। करीब 50 साल बाद कोई अमेरिकी अंतरिक्ष यान चंद्रमा की धरती पर उतरा था। वह भी प्राइवेट कंपनी का चंद्रयान, जिसका नाम ओडीसियस लैंडर है। वह जब चंद्रमा की सतह पर उतरा तो कुछ खराबी के चलते टीम का अंतरिक्ष यान से संपर्क टूट गया था। नासा ने बताया था कि उतरते समय मून लैंडर ओडीसियस का एक पैर चंद्रमा पर फंस गया था। इससे यह एक ओर झुक गया है।
हालांकि, बताया जा रहा है कि एक हफ्ते बाद गुरुवार को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाले ओडीसियस ने काम करना बंद कर दिया। बता दें, यह तब पता चला जब वैज्ञानिकों को अपने कंप्यूटर और पावर सिस्टम को स्टैंडबाय मोड में प्रवेश करने का निर्देश देने से पहले ओडीसियस से एक आखिरी तस्वीर मिली। स्टैंडबाय मोड का उद्देश्य लैंडर की क्षमता को दो से तीन हफ्ते तक और काम करने के लिए बनाया गया था।बता दें कि अमेरिका की एक निजी कंपनी ने चंद्रमा पर यान उतारा था। यह पहला मौका है जब कोई निजी कंपनी का यान चंद्रमा पर उतरा हो। हालांकि यह अंतरिक्ष यान चंद्रमा की सतह पर उतरने के बाद पलट गया था। इससे चिंता व्याप्त हो गई थी।
चंद्रमा पर कब उतरा विमान
गौरतलब है कि ओडीसियस अंतरिक्ष यान गुरुवार शाम 6:23 बजे पूर्वी समय (2323 GMT) पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरा था। इस दौरान वैज्ञानिकों की टीमों को एक बैकअप पर काम करना पड़ा था और रेडियो संपर्क स्थापित करने में कई मिनट लग गए थे।
कुछ तकनीकी दिक्कतें आई थी: अल्टेमस
चंद्रमा पर पहली बार लैंडिंग कराने वाली निजी कंपनी इंटुएटिव मशीन्स ने शुरू में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि उसका हेक्सागोनल अंतरिक्ष यान सीधा खड़ा था, लेकिन सीईओ स्टीव अल्टेमस ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि यह बयान गलत व्याख्या किए गए डेटा पर आधारित था।