वाशिंगटन: शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट होने के बाद बांग्लादेश में जो हे रहा है उससे पूरी दुनिया वाकिफ है। भारत के साथ भी अब बांग्लादेश के संबंध सामान्य नहीं रह गए हैं। इस अमेरिका ने भारत और बांग्लादेश से अपने मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का अनुरोध किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। भारत के विदेश सचिव की हाल में हुई बांग्लादेश की यात्रा पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में मिलर ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि सभी पक्ष अपने मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएं।’’
विदेश सचिव ने की थी बांग्लादेश की यात्रा
बता दें कि, इससे पहले विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने सोमवार को बांग्लादेश की यात्रा की थी और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर भारत की चिंताओं से उसे अवगत कराया था। मिसरी ने अपनी यात्रा के अंत में ढाका में संवाददाताओं से कहा था, ‘‘मैंने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के साथ मिलकर काम करने की भारत की इच्छा को उजागर किया। साथ ही हमें हाल के कुछ घटनाक्रम और मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर भी मिला और मैंने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कल्याण से संबंधित चिंताओं से उन्हें अवगत कराया है।’’
शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस को घेरा
बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने भी देश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस पर जमकर निशाना साधा है। हाल ही में हसीना ने अपनी पार्टी अवामी लीग के एक कार्यक्रम में ऑनलाइन शिरकत करते हुए कहा था कि मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश को अराजकता में झोंक दिया है। उन्होंने कहा था कि यूनुस की वजह से ही बांग्लादेश में सामूहिक हत्याएं हो रही हैं और हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है, वही इस सबके मास्टरमाइंड हैं।
'योजना के तहत कराई गईं सामूहिक हत्याएं'
शेख हसीना ने यह भी कहा था कि बांग्लादेश में पांच अगस्त के बाद से अल्पसंख्यकों, हिंदुओं, ईसाइयों और बौद्ध धर्म के अनुयायियों के पूजा स्थलों पर हमले बढ़ गए हैं। हम इसकी निंदा करते हैं, नए शासन में जमात और आतंकवादियों को खुली छूट मिल गई है। उन्होंने कहा था कि यूनुस ने सुनियोजित योजना के तहत सामूहिक हत्याएं कराई हैं। (भाषा)
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