नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन युद्ध को करीब 1 वर्ष होने को हैं। इस बीच अमेरिका ने रूस पर सबसे गंभीर आरोप लगाया है। अमेरिका का कहना है कि रूस ने यूक्रेन में मानवता पर बड़ा अपराध किया है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने शनिवार को कहा कि अमेरिका का मानना है कि रूस ने यूक्रेन में मानवता के खिलाफ अपराध किए हैं। उन्होंने कहा कि दोषियों को ‘‘न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।’’ हैरिस ने राष्ट्राध्यक्षों, रक्षा मंत्रियों और विश्व के अन्य नेताओं की वार्षिक बैठक ‘म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन’ में कहा रूसी सेना ने नागरिकों के खिलाफ व्यापक और व्यवस्थागत हमले किए हैं।
बच्चों महिलाओं को जबरन निर्वासित करने का आरोप
अमेरिका का आरोप है कि ‘‘रूसी अधिकारियों ने यूक्रेन से बच्चों सहित हजारों लोगों को जबरन निर्वासित कर दिया है। उन्होंने निर्दयी ढंग से बच्चों को उनके परिवारों से अलग कर दिया है।’’ उसने मारियुपोल में मार्च के मध्य में एक थिएटर पर हमले की ओर भी इशारा किया, जहां नागरिक आश्रय ले रहे थे, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे। बाइडन प्रशासन ने औपचारिक रूप से पिछले मार्च में तय किया था कि रूसी सैनिकों ने यूक्रेन में युद्ध अपराध किए हैं। हैरिस ने कहा, ‘‘यूक्रेन में रूस की कार्रवाइयों के मामले में, हमने सबूतों की जांच की है, हम कानूनी मानकों को जानते हैं और इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये मानवता के खिलाफ अपराध हैं।’’
नागरिक ठिकानों पर रूस ने किए हैं कई हमले
यूक्रेन ने कई बार रूस पर आरोप लगाया है कि रूसी सेना ने नागरिक ठिकानों पर कई बार मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं। इस मिसाइल और ड्रोन हमले में बच्चे, महिलाएं और अन्य लोग भी मारे गए हैं। जेलेंस्की ने स्वयं कई बार इस तरह की दर्दनाक घटनाओं की तस्वीरें जारी करके रूस को आतंकवादी और पुतिन को खून का प्यासा करार दिया है। जेलेंस्की ट्वीट में लिख चुके हैं कि रूस बच्चों और महिलाओं व बुजुर्गों तक को नहीं छोड़ रहा, उनके ऊपर मिसाइल हमले कर रहा है। पुतिन खून के प्यासे हैं। भगवान सब देख रहा है। बता दें कि कई रूसी हमलों में अब तक यूक्रेन के सैकड़ों नागरिकों की भी जान जा चुकी है। इसमें बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग और नौजवान तक शामिल हैं।
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