Highlights
- अमेरिका में भारतीय मूल के युवक की गोली मारकर हत्या
- घर के बाहर पार्किंग में खड़ी गाड़ी में बैठे थे सतनाम सिंह
- हमलावर ने गोलियां बरसाईं और फिर फरार हो गया
America Gun Culture: अभी 25 जून को ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिका से 'गन कल्चर' को खत्म करने के लिए बंदूक हिंसा रोधी विधेयक पर हस्ताक्षर किया है। लेकिन कानून बनने के बाद भी यहां सरेआम गोली मारने की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। न्यूयॉर्क के क्वींस में अपने घर के बाहर पार्किंग में खड़ी गाड़ी में बैठे भारतीय मूल के 31 वर्षीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। न्यूयॉर्क के पुलिस विभाग के हवाले से प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। ‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, सतनाम सिंह शनिवार को दोपहर में तीन बज कर करीब 45 मिनट पर क्वींस के साउथ ओजोन पार्क में खड़ी एक काली जीप में बैठे थे, तभी हमलावर उनके पास आया और उन पर गोलियां बरसाने लगा।
युवक की गर्दन और सीने में लगी गोली
पुलिस ने बताया कि सिंह को गर्दन और सीने में गोली लगी थी। उन्हें पास के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार, सिंह को किसी को लेने जाना था, इसलिए उन्होंने कुछ देर पहले ही अपने एक दोस्त से उसकी काली रैंगलर सहारा जीप ली थी। हालांकि, पुलिस ने बताया कि हमलावर सिंह के पास पैदल ही पहुंचा था। लेकिन, पड़ोसियों की मानें तो वह सिल्वर रंग की एक सिडान में सवार था और सिंह की जीप के पास से गुजरते समय उन पर गोलियां चलाईं। पड़ोसी जोआन कैपेलानी ने कहा, ''सिंह 129वीं स्ट्रीट पर चलकर पार्किंग में खड़ी जीप की तरफ जा रहे थे, तभी सिडान सवार हमलावर वहां से गुजरा।'' उन्होंने कहा, ''हमलावर ने यू-टर्न लिया, वापस आया, गोलियां बरसाईं और फिर 129वीं स्ट्रीट से चला गया।''
CCTV कैमरों में रिकॉर्ड हुई वारदात
कैपेलानी के मुताबिक, गोलीबारी की यह घटना उसके घर में लगे CCTV कैमरों में रिकॉर्ड हो गई थी और न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के कर्मी सबूत जुटाने के लिए फुटेज की जांच कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जासूस यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या सिंह ही हमलावर के निशाने पर थे या फिर वह कार के मालिक की हत्या करना चाहता था और इस बात से अनजान था कि गाड़ी के अंदर कौन बैठा है। रिपोर्ट के अनुसार, घटना के सिलसिले में फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। एक अन्य पड़ोसी क्रिस्टीना परसौड ने कहा, ''सिंह बहुत शांत और दयालु थे। मैं उन्हें रोज 'हैलो' कहती थी। हो सकता है कि वही निशाने पर रहे हों, लेकिन मुझे मालूम नहीं।''