America News: अमेरिका समेत दुनियाभर को रेअर अर्थ को लेकर ब्लैकमेल करने में जुटे चीन को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका ने चीन के पड़ोसी देश मंगोलिया के साथ बड़ी डील की है। अमेरिका अब मंगोलिया से बड़े पैमाने पर रेअर अर्थ धातुएं खरीदेगा जिसे आज के दौर में 'नया सोना' कहा जा रहा है। अमेरिका और चीन के बीच इस समय टेक वॉर चल रहा है और भविष्य में अगर यह बढ़ता है तो रेअर अर्थ की सप्लाइ रुक सकती है।
क्या होता है 'रेयर अर्थ'
'रेयर अर्थ' खनिज पदार्थ होते हैं। यह सैन्य हथियारों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बनाने में काम आने वाले महत्वपूर्ण खनिज होते हैं। यही कारण है कि अमेरिका और मंगोलिया दोनों ही देश अब मंगोलिया के रेयर अर्थ भंडार और महत्वपूर्ण खनिजों के खनन के लिए सहमत हो गए हैं। इन खनिजों की आपूर्ति अमेरिका के टेक इंडस्ट्री के लिए बहुत जरूरी है। चीन इस समय दुनिया का सबसे बड़ा रेयर अर्थ का निर्यातक देश है। चीन ने पिछले साल 2.10 लाख टन रेयर अर्थ पैदा किया था। चीन के पास 44 मिलियन टन रिजर्व भंडार भी है। चीन के बाद वियतनाम का नंबर आता है। वहीं मंगोलिया के पास 31 मिलियन टन रेअर अर्थ भंडार है।
मंगोलिया से संपर्क बढ़ा रहा है अमेरिका, भड़का चीन
अमेरिका चीन के पड़ोसी देश मंगोलिया के साथ संपर्क बढ़ा रहा है। इस बारे में चीन के विशेषज्ञों का कहना है कि मंगोलिया ने अमेरिका से रेयर अर्थ की डील करने के दौरान चीन की चिंता पर ध्यान नहीं दिया। मंगोलिया के पीएम एक अगस्त को ऐसे समय पर अमेरिका पहुंचे थे जब चीन ने गैलियम और जर्मेनियम के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था। माना जा रहा है कि अब चीन रेयर अर्थ को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकता है। इसी को देखते हुए अब अमेरिका ने चीन के पड़ोस मंगोलिया में बड़ा दांव चल दिया है। मंगोलिया अब एलन मस्क के स्टारलिंक को मंजूरी देना चाहता है, जिससे चीन बुरी तरह से भड़का हुआ है।
मंगोलिया चीन और रूस दोनों का ही पड़ोसी देश है और उसके रेअर अर्थ धातुओं के निर्यातक होने की पूरी संभावना है, लेकिन पैसे और उपकरणों की कमी से वह जूझ रहा है। अब मंगोलिया ने अमेरिका के साथ 'ओपन स्काई' समझौता किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक माना जा रहा है कि इस डील के बाद चीन और उसके विशेषज्ञ भड़क गए हैं। उनका कहना है कि इससे चीन की उस योजना पर पानी फिर गया है जिसके तहत उसने अमेरिका के तकनीक पर प्रतिबंध लगाने के जवाब में रेअर अर्थ के निर्यात बैन की योजना बनाई थी।