अमेरिका ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक बार फिर जबरदस्त अंदाज में तारीफ की है। भारत में अमेरिका के राजदूत गर्सेटी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में 5 जी और 6 जी है, लेकिन भारत के पास "गुरुजी" है। गुरुजी यानि कि पीएम मोदी....उनका इशारा साफ था कि यह एक ऐसा करिश्माई नाम है, जो दुनिया के 5जी और 6जी पर भी भारी है। दरअसल अमेरिकी राजदूत पीएम मोदी की अद्भुद क्षमताओं के उदाहरण स्वरूप यह बातें कह रहे थे। उनका कहना था कि भले ही दुनिया के पास 5 जी और 6जी है, लेकिन भारत के पास एक ऐसा गुरुजी (पीएम मोदी) हैं, जिसकी काट किसी के पास नहीं है। क्योंकि पीएम मोदी के कार्य करने की शैली, सोच और क्षमता दुनिया के अन्य नेताओं से अलग है। यही बातें उन्हें पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाती हैं। बता दें कि हाल ही में जापान में हुए जी-7 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीएम मोदी की लोकप्रियता से प्रभावित होकर कहा था कि "मुझे तो आपका ऑटोग्राफ लेना चाहिए। "
अमेरिकी राष्ट्रपति के बाद अब राजदूत गर्सेटी ने पीएम मोदी के कायल देखे जा रहे हैं। वह यूएस-इंडिया 5जी और नेक्स्ट जेनरेशन नेटवर्क वर्कशॉप के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि 5जी एक खुले, सुलभ और सुरक्षित प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र की दिशा में सहयोग करने का एक शानदार अवसर प्रस्तुत करता है, जो साझा मूल्यों और साझा प्रणालियों पर बनाया गया है। इस दौरान गर्सेटी ने पीएम मोदी को गुरुजी कहकर संबोधित करते हुए कि भारत ऐसे अद्भुत हाथों में है कि आपके नेतृत्व के साथ, उन परिवर्तनकारी नीतियों के साथ जिन्हें आप और यह प्रशासन सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र के साथ मिलकर लागू कर रहे हैं और उस सामुदायिक पहलू के साथ जो हर उस चीज़ को परिभाषित करता है जो अभी भारत के उदय का हिस्सा है। यह दुनिया में सबसे रोमांचक गठजोड़ है, अमेरिका-भारत संबंध जहां है वहीं है।" यूएस ट्रेड एंड डेवलपमेंट एजेंसी (USTDA) कार्यशाला की मेजबानी कर रही है। भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी और दूरसंचार विभाग के सचिव के राजारमन ने 150 से अधिक वरिष्ठ भारतीय और अमेरिकी सरकार और निजी क्षेत्र के प्रतिभागियों के साथ कार्यशाला की शुरुआत की।
भारत और अमेरिका के बीच लचीली अर्थव्यवस्था बनाने का प्रयास
गर्सेटी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच एक लचीली व उदार अर्थव्यवस्था बनाने के लिए दोनों देशों का सझा प्रयास जारी है। 5जी भविष्य के लिए एक लचीली अर्थव्यवस्था बनाने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के साझा प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। "एक खुले, सुलभ और सुरक्षित प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे साझा मूल्य हमारे साझा निर्णयों को बढ़ावा दें। आज की कार्यशाला जैसी घटनाएँ हमें आपसी विश्वास और विश्वास बनाने की अनुमति देती हैं, जिससे हम विचारों को कार्रवाई में बदल सकें।" विशेष रूप से, पीएम नरेंद्र मोदी 22 जून को अमेरिका की आधिकारिक राजकीय यात्रा पर जाएंगे। अपनी यात्रा के दौरान, पीएम मोदी की मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और प्रथम महिला जिल बिडेन द्वारा व्हाइट हाउस में राजकीय रात्रिभोज में की जाएगी।
5 जी से भारत-अमेरिका हासिल करेंगे एक नया मुकाम
गर्सेटी ने एक बाद में एक ट्वीट में कहा कि 5जी और नेक्स्ट जेनरेशन नेटवर्क्स वर्कशॉप यूएस-इंडिया इनिशिएटिव ऑन क्रिटिकल इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आईसीईटी) के एक प्रमुख घटक को आगे बढ़ाएगी। क्रिटिकल इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आईसीईटी) पर यूएस-इंडिया इनिशिएटिव का एक प्रमुख घटक! 5G एक खुले, सुलभ और सुरक्षित प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र की दिशा में सहयोग करने का एक शानदार अवसर प्रस्तुत करता है, जो साझा मूल्यों और साझा प्रणालियों पर बनाया गया है। भारत-अमेरिका इस परिवर्तनकारी क्षेत्र में वाणिज्यिक सहयोग के लिए तकनीकी के इस्तेमाल को लेकर तत्पर हैं।
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