वाशिंगटन: भारत का मशहूर गोलगप्पा अब अमेरिका में ह्वाइट हाउस की शान बन गया है। इसे पानी पुरी या पुचका भी कहते हैं, जो व्हाइट हाउस के रिसेप्शन में लगातार देखने को मिल रहा है और मेहमानों को यह स्वादिष्ट लोकप्रिय भारतीय स्ट्रीट फूड परोसा जा रहा है। यह ह्वाइट हाउस के मेहमानों को काफी पसंद आ रहा है। समोसे के बाद गोलगप्पा ऐसा दूसरा व्यंजन है, जो अब ह्वाइट हाउस के डिनर पार्टियों में देखा जाने लगा है।
इट हाउस में आयोजित समारोहों के मेन्यू में भारत का लोकप्रिय ‘स्ट्रीट फूड’ गोलगप्पा लगातार जगह पा रहा है जिसे पानीपूरी या पुचका भी कहा जाता है। पिछले साल कई मौकों पर इसे मेन्यू में शामिल किया गया। हाल में सोमवार को ‘‘एशियन अमेरिकन, नेटिव हवाईयन एंड पैसिफिक आईलैंडर’’ (एएएनएचपीआई) विरासत माह का जश्न मनाने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा रोज गार्डन में आयोजित किए गए समारोह में मेहमानों को गोलगप्पा भी खिलाया गया। इस समारोह में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अमेरिकी सर्जन जनरल डॉ.विवेक मूर्ति समेत कई एशियाई अमेरिकी और भारतीय अमेरिकी लोगों ने शिरकत की।
समोसा भी है ह्वाइट हाउस का पसंदीदा व्यंजन
अभी तक व्हाइट हाउस के लिए समारोहों के मेन्यू में समोसा ही देखने को मिलता था लेकिन अब गोलगप्पे को भी कई मौकों पर मेन्यू में शामिल किया जा रहा है। व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में आयोजित समारोह में भाग लेने के बाद समुदाय के नेता अजय जैन भुटोरिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘पिछले साल जब मैं यहां आया था तो उस समय भी गोलगप्पा/पानीपूरी मेन्यू में शामिल था। इस साल भी मैं उसका स्वाद चखने को उत्सुक था और तभी अचानक एक वेटर पानीपूरी/गोलगप्पा लेकर आया। वह बहुत ही शानदार था। उसका स्वाद थोड़ा तीखा था, एक दम उत्तम!’’ भुटोरिया ने व्हाइट हाउस की कार्यकारी शेफ क्रिस्टेटा कॉमरफोर्ड से मुलाकात की और उनसे गोलगप्पे के बारे में पूछा।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उनसे पूछा, क्या आपने गोलगप्पे बनाए हैं? उन्होंने कहा, हां हमने व्हाइट हाउस में सब कुछ बनाया है।’’ भुटोरिया ने कहा कि समारोह के मेन्यू में एक और भारतीय व्यंजन ‘खोया’ भी शामिल किया गया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘इसका स्वाद मीठा था और इसे खोया से बनाया गया था। वह एकदम अद्भुत था। एएएनएचपीआई विरासत माह उत्सव में सभी एशियाई अमेरिकी समुदायों, भोजन और व्यंजनों खासतौर पर भारतीय अमेरिकी गोलगप्पा और खोया को देखना शानदार रहा। (भाषा)