Sinking of Ship: एक स्पेनिश जहाज 300 साल पहले कैरेबियन सागर में डूब गया था। इस जहाज में 20 अरब डॉलर की राशि का अकूत खजाना भरा हुआ था, जो जहाज के साथ ही डूब गया। अब इस जहाज के मलबे को निकालने का काम तेज हो गया है। सवाल यह उठता है कि इतना बड़ा अकूत खजाना किसे मिलेगा? कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने गैलन सैन जोस नाम के इस स्पेनिश जहाज को कैरेबियन सागर से निकालने के निर्देश दिए हैं। पेट्रो प्रशासन इसे सर्वोच्च प्राथमिकता की तरह लेते हुए काम कर रहा है। वैसे इस खजाने पर कोलंबिया अपना हक मानता है, क्योंकि जहाज का मलबा उसके समुद्री इलाके में है। वहीं यह हक जताने वाले और भी देश हैं।
इस डूबे जहाज में कम से कम 4 अरब से लेकर 20 अरब डॉलर मूल्य के सोने, जवाहरात और पन्ने का विशाल भंडार होने की बात कही जाती है। इसके स्वामित्व पर कई सवाल हैं। मालिकाना हक के इस विवाद के केंद्र में सबसे बड़ा अनसुलझा सवाल ये है कि सबसे पहले उस खजाने की खोज आखिर किसने की थी।
1708 में डूबा था जहाज
1698 में पेड्रो डी एरोस्टेगुई का बनाया हुआ ये जहाज स्पेन के राजकोषीय बेड़े का खास जहाज था। इसमें पेरू और स्पेन के बीच रत्नों और कीमती धातुओं को लाने ले जाने का काम होता था। 8 जून 1708 को स्पेनिश उत्तराधिकार के युद्ध में अंग्रेजों के साथ संघर्ष के दौरान ये करीब 600 मीटर नीचे डूब गया। इसमें 600 चालक दल के सदस्यों की जान चली गई और सारा खजाना समुद्र में समां गया। सैकड़ों साल बाद 1981 में इस जहाज के मलबे को अमरीकी कंपनी सी-सर्च आर्मडा ने खोज लेने का दावा किया। 2015 में कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस ने घोषणा की कि उनकी नौसेना को एक अलग स्थान पर इस जहाज मलबा मिला है।
स्पेन का भी है दावा
स्पेन ने गैलियन के हिस्से पर अपना दावा करता है क्योंकि ये जहाज उसी का था। बोलीविया के काराकारा मूल निवासियों का कहना है कि सेन जोस का खजाना उनकी जमीन से ही निकाला गया था, जो कभी पेरू की वाइसरॉयल्टी का हिस्सा था। ऐसे में ये उनका है। इन सबके अलावा 2015 में इस जहाज की तलाश में शामिल मैरीटाइम आर्कियोलॉजी कंसल्टेंट भी दावेदार है।