संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सोमवार को कहा कि रूसी परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रखा जाना रोंगटे खड़े कर देने वाला घटनाक्रम है और परमाणु युद्ध की कल्पना मात्र भी नहीं की जा सकती। उन्होंने उम्मीद जताई कि यूक्रेन और रूस के बीच वार्ता का सार्थक परिणाम लड़ाई रोकने के रूप में आएगा। गुतारेस ने यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के एक आपात एवं विशेष सत्र में कहा, ‘‘यूक्रेन में लड़ाई अवश्य रूकनी चाहिए। यह पूरे देश में जारी है।’’
इस बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है। इस घटनाक्रम ने यूक्रेन संकट के परमाणु युद्ध की ओर बढ़ सकने का अंदेशा और चिंता बढ़ा दिया है। गुतारेस ने कहा, ‘‘हम यू्क्रेन के लिए त्रासदी का सामना कर रहे हैं। साथ ही, हम सभी पर पड़ने वाले संभावित विनाशकारी प्रभाव के साथ एक बड़े क्षेत्रीय संकट का भी सामना कर रहे हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘परमाणु युद्ध की कल्पना भी नहीं की जा सकती। परमाणु आयुध के इस्तेमाल को किसी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता।’’
गुतारेस ने कहा कि बढ़ती हिंसा से बच्चों सहित आम आदमी की हो रही मौतें बिल्कुल ही अस्वीकार्य हैं। उन्होंने कहा, ‘‘बस अब बहुत हो गया। सैनिकों को बैरक में लौटने की जरूरत है। नेताओं को शांति कायम करने की जरूरत है। आम आदमी की अवश्य रक्षा की जाए। ’ गुतारेस ने कहा कि यूक्रेन की संप्रभुता, स्वतंत्रता ओर क्षेत्रीय अखंडता का अवश्य सम्मान किया जाए।
उन्होंने कहा, ‘‘यूक्रेन पर हमले ने अंतराष्ट्रीय कानून और संरा चार्टर में जड़ें जमाई बहुपक्षीय प्रणाली के समक्ष चुनौती पेश की है। क्षेत्रीय तनाव बढ़ रहे हैं।’’ उन्होंने यह चिंता भी जताई कि विश्व दशकों में यूरोप की सबसे बड़ी मानवीय और शरणार्थी संकट का सामना कर रहा है। उन्होंने अमीन अवाद को यूक्रेन के लिए संयुक्त राष्ट्र समन्वय भी नियुक्त किया।
(इनपुट- एजेंसी)