अमेरिका में 8 नाबालिग छात्रों ने मिलकर अपने ही सहपाठी किशोर की पीट-पीटकर हत्या कर दी है। मामला हेडफोन की चोरी से जुड़ा बताया जा रहा है। लास वेगास मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग ने 17 वर्षीय जोनाथन लुईस जूनियर की मौत के मामले में हत्या के आरोप में नेवादा हाई स्कूल के 8 छात्रों को गिरफ्तार किया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार घटना इसी महीने की शुरुआत में स्कूल के बाद लड़ाई के चलते हुई। इस दौरान लुईस को सहपाठी छात्रों ने पीट-पीट कर बेहोश कर दिया था। यह हमला बीते 1 नवंबर को हुआ था। हमले के कुछ दिनों बाद गंभीर चोटों के कारण छात्र की मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार वह ब्रेड डेड हो गया।
लास वेगास पुलिस विभाग के लेफ्टिनेंट जेसन जोहानसन ने कहा कि माना जाता है कि यह विवाद एक जोड़ी हेडफ़ोन चोरी को लेकर हुए विवाद से उत्पन्न हुआ था। लेफ्टिनेंट जोहानसन के अनुसार, छात्रों ने उस दिन कक्षाओं के बाद परिसर से 300 फीट से भी कम दूरी पर स्थित पिछवाड़े की गली में इकट्ठा होने की योजना बनाई। इसके बाद सबने मिलकर वहीं पर किशोर की जमकर पिटाई की। हमला इतना अधिक घातक था कि इलाज के कुछ दिन बाद नाबालिग छात्र की मौत हो गई।
पुलिस ने हत्या के आरोपी 8 छात्रों को किया गिरफ्तार
जांच के बाद पुलिस ने झगड़े के सिलसिले में रैंचो हाई स्कूल के आठ छात्रों की पहचान करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया। लेफ्टिनेंट जोहानसन ने कहा किया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की उम्र 13 से 17 वर्ष के बीच है। साथ ही दो अन्य व्यक्तियों की पहचान का पता लगाने के लिए पुलिस विभाग सक्रिय रूप से काम कर रहा है। इन दोनों के भी लड़ाई में शामिल रहने की आशंका है। पुलिस ने कहा कि जिन आठ छात्रों को हिरासत में लिया गया है, उनकी पहचान सार्वजनिक रूप से उजागर नहीं की गई है। उन सभी को क्लार्क काउंटी जुवेनाइल हॉल में रखा गया।
जोनाथन के विवाद में शामिल होने पर अस्पष्टता
हेडफोन चोरी के विवाद में मृतक छात्र जोनाथन की संलिप्तता को लेकर भी स्थिति साफ नहीं है। कहा जा रहा है कि विवाद में जोनाथन की संलिप्तता के आसपास की परिस्थितियाँ स्पष्ट नहीं हैं। लड़के के परिवार की ओर से एक वेबसाइट पर दिए गए बयान के अनुसार, जोनाथन एक छोटे बच्चे की मदद करने की कोशिश कर रहा था .जिसे धमकाया जा रहा था। लेफ्टिनेंट जोहानसन ने कहा कि पुलिस को संदेह है कि चोरी हुए हेडफ़ोन और संभवतः एक वेप पेन, जोनाथन के किसी दोस्त से लिया गया था। लेफ्टिनेंट के अनुसार, एक बार जोनाथन विवाद में शामिल हुआ था। इसके बाद "दस लोगों ने तुरंत उसे घेर लिया और जमीन पर गिरा दिया। फिर उसे लात -मुक्का मारना और कुचलना शुरू कर दिया।"
अपना बचाव नहीं कर सका जोनाथन
लेफ्टिनेंट जोहानसन ने उल्लेख किया, वह जब जोनाथन जमीन पर गिर गया था, "खुद का बचाव नहीं कर रहा था" और हमले को "तब तक सहन करता रहा जब तक कि वह बेहोश नहीं हो गया।" विवाद को दर्शाने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, जिसमें कई व्यक्तियों को मारपीट करते हुए दिखाया गया है। पुलिस विभाग के अंडरशेरिफ एंड्रयू वॉल्श ने वीडियो को "बेहद परेशान करने वाला" बताया, जबकि लेफ्टिनेंट जोहानसन ने कहा, मेरी राय में, यह मानवता से बहुत शून्य है।" लड़ाई के बाद, जोनाथन को गली में "बेहोश और बोलने में अक्षम पाया गया। एक व्यक्ति ने उसे रैंचो हाई स्कूल पहुंचाया। इसके बाद, उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने तुरंत ही बता दिया था कि छात्र के सिर में न बचने लायक चोट" लगी थी। छात्र के परिवार ने कहा कि उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया है। उसके अंगों को दान किया जाएगा।
यह भी पढ़ें