जुलाई में सूरज आसमान से अंगारे बरसा रहा है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि गर्मी 1 लाख 20 हजार वर्ष पुराना रिकॉर्ड तोड़ सकती है। ऐसे में इसकी भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है। भारत, चीन, अमेरिका समेत कई देश बाढ़ और बारिश के साथ प्रचंड गर्मी का सामना कर रहे हैं। इस बीच मौसम विभाग ने अमेरिका के लिए बड़ी चेतावनी जारी की है। इसके तहत अमेरिका के 60 फीसदी लोगों को बाढ़ और भयंकर गर्मी का सामना करने की चेतावनी दी गई है। इससे अमेरिका में हड़कंप मच गया है। इस चेतावनी के अनुसार अमेरिका में कम से कम 20 करोड़ लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं।
यानि अमेरिका की 60 प्रतिशत आबादी भीषण गर्मी को लेकर परामर्श और बाढ़ की चेतावनी का सामना कर रही है। वैज्ञानिकों के अनुसार देश में तापमान हाल के वर्षों में बढ़ा है और कहा जा रहा है कि नए इलाकों में तेज तूफान आने की आशंका है। राष्ट्रीय मौसम सेवा ने कहा कि बृहस्पतिवार को उत्तरपूर्व तथा मध्य अटलांटिक में ‘‘खतरनाक’’ लू चली,जिसके सप्ताहांत तक जारी रहने का अनुमान है। उत्तरपूर्व तथा दक्षिण,न्यू इंग्लैंड और दक्षिण फ्लोरिडा के कुछ हिस्सों में तेज बाढ़ अथवा भीषण तूफान आने की आशंका है। इस बीच दक्षिणपश्चिम तथा मिडवेस्ट में रिकॉर्ड तोड़ने वाले तापमान का दौर जारी रहेगा।
अमेरिका के सभी बड़े शहर प्रचंड गर्मी की चपेट में
राष्ट्रीय मौसम सेवा के मौसम पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख बॉब ओरावेक ने कहा,‘‘ सभी बड़े शहर इसकी चपेट में हैं। इसी लिए प्रभावितों की संख्या इतनी अधिक है।’’ वैज्ञानिक लंबे वक्त से चेतावनी देते आ रहे हैं कि जीवाश्म ईंधन जलने से हुए जलवायु परिवर्तन का असर और भीषण दिखाई देगा। वाशिंगटन, फिलाडेल्फिया और न्यूयॉर्क शहर सहित पूर्वी तट के प्रमुख शहरों में बृहस्पतिवार को गर्मी और उमस ने तापमान 100 डिग्री फैरेनहाइट (37.8 डिग्री सेल्सियस) से ऊपर होने का एहसास कराया। वैज्ञानिकों को आशंका है कि शुक्रवार को तापमान के कई रिकॉर्ड टूट सकते हैं और तापमान औसत से 10 से 15 डिग्री फैरेनहाइट (5.5 से 8 डिग्री सेल्सियस) अधिक तक जा सकता है। (एपी)
यह भी पढ़ें
भारत के साथ सेमीकंडक्टर को रफ्तार देगा जापान, दुनिया में इकोनॉमी का बादशाह बनेगा हिंदुस्तान