Space Station: स्पेस स्टेशन में जाना हर किसी अंतरिक्ष यात्री का सपना होता है। इसके लिए मेंटल और फिजिकल फिटनेस जरूरी होती है। इसी बीच इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाने के लिए चार नए अंतरिक्ष यात्री तैयार हैं। वे अगले कुछ महीनों तक वहां रहेंगे।मिली जानकारी के अनुसार चार अंतरिक्ष यात्री रविवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए रवाना हुए, जहां वे छह महीने के अपने प्रवास के दौरान दो नए रॉकेटशिप (रॉकेट द्वारा संचालित अंतरिक्ष यान) के आगमन की निगरानी करेंगे। अमेरिका की निजी अंतरिक्ष परिवहन सेवा कंपनी ‘स्पेसएक्स’ के फाल्कन रॉकेट ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मैथ्यू डोमिनिक, माइकल बराट और जेनेट एप्स तथा रूस के एलेक्जेंडर ग्रेबेनकिन को लेकर केनेडी अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी।
कल भरेंगे अंतरिक्ष के लिए उड़ान
अंतरिक्ष यात्री मंगलवार को आईएसएस पहुंचेंगे। वे अमेरिका, डेनमार्क, जापान और रूस के अंतरिक्ष यात्रियों का स्थान लेंगे, जो अगस्त से वहां मौजूद हैं। तेज हवा के कारण इन अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने में तीन दिन की देरी हुई। ये नए अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में छह महीने तक रहने के दौरान दो रॉकेटशिप के आगमन की निगरानी करेंगे।
स्पेस स्टेशन जाने वाली दूसरी अश्वेत महिला बनीं जेनेट
जेनेट एप्स दूसरी अश्वेत महिला हैं, जिन्हें अंतरिक्ष स्टेशन पर इतने लंबे मिशन के लिए भेजा गया है। उन्होंने उड़ान भरने से पहले कहा कि वह खासतौर से अश्वेत लड़कियों के लिए आदर्श बनकर गर्व महसूस कर रही हैं। और उन्हें यह दिखा रही है कि अंतरिक्ष यात्रा ‘‘उनके लिए भी एक विकल्प है।’’ पेशे से इंजीनियर एप्स ने 2009 में अंतरिक्ष यात्री बनने से पहले फोर्ड मोटर कंपनी और सीआईए के लिए काम किया है। वहीं पेशे से डॉक्टर बराट (65) का यह तीसरा अंतरिक्ष मिशन है। वे अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाले सबसे उम्रदराज यात्री हैं।