वाशिंगटन: ग्लोब में दर्ज दो बड़े मुल्क आजकल कुदरत के कहर से परेशान हैं। एक सुपर पॉवर नेशन अमेरिका है तो दूसरा एशिया की महाशक्ति चीन। आसमान से बरस रही आफत ने इन दोनों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। अमेरिका में बाढ़ और बारिश जबर्दस्त तबाही मचा रही है तो वहीं बाढ़ के बाद अब चीन में लू ने हालात खराब कर रखे हैं। कुदरत की इन दोनों कारस्थानियों से लोग मर भी रहे हैं और घायल भी हो रहे हैं।
हाल-ए-अमेरिका:
अपनी विकसित तकनीक और शक्ति के दम से दुनिया पर राज करने वाला अमेरिका कुदरत के कहर के सामने बेबस है। अमेरिका में बारिश और बाढ़ ने जबर्दस्त तबाही मचा रखी है। चक्रवाती तूफान और बाढ़ के कारण वर्जिनिया में 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों घायल हैं। 100 से ज्यादा मकान पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं। प्रभावित लोगों की मदद के लिए फायर फायटर की टीम के साथ सेना की भी मदद ली जा रही है, बावजूद इसके लोगों की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं रही है। इतना ही नहीं जानकारी के मुताबिक यहां 100 से ज्यादा मकान पूरी तरह तबाह हो चुके हैं और 66 हजार से ज्यादा मकानों में बिजली गुल हो चुकी है। इसके साथ ही 44 से 54 इलाकों में आपातकाल भी लागू कर दिया गया है। यहां पर बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए एयरक्रॉफ्ट की मदद ली जा रही है।
चीन की मुश्किल:
अगर चीन के हालात की बात करें तो दक्षिणी चीन के ग्वांग्शी जुआंग स्वायत्त क्षेत्र में चक्रवात, बारिश और बाढ़ ने पिछले कुछ दिनों से अपना कहर ढ़ा रखा था, लेकिन अब चीन के लोग लू के बढ़ते प्रकोप से हलकान हैं। बाढ़ से आने वाली परेशानियों का आलम यह है कि लोगों की मौत हो रही है, लोग लापता हो रहे हैं, फसले तबाह हो रही हैं और मकान भी ढ़ह रहे हैं। इस बाढ़ के कारण करोड़ो युआन का नुकसान झेल चुका चीन अब बाढ़ के साथ साथ लू के कहर से मुकाबिल होने को मजबूर है।