जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन में आपातकालीन सेवाओं के प्रमुख ने कहा है कि विश्व भर में प्रत्येक दस में से एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है। कोविड-19 पर सोमवार को हुई 34 सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड की बैठक में डॉ माइकल रायन ने कहा कि शहरी और ग्रामीण इलाकों में संख्या में परिवर्तन हो सकता है लेकिन अंततः इसका अर्थ यही है कि “विश्व की बड़ी आबादी खतरे में है।” विशेषज्ञ पहले से ही कहते रहे हैं कि संक्रमण के जितने मामलों की संख्या बताई जा रही है वास्तव में उससे अधिक लोग संक्रमण का शिकार हैं।
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भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 65 लाख के पार
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से 940 मरीजों की मौत हुई जिससे मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 1,01,782 हो गई। वहीं एक दिन में 75,829 और लोगों के संक्रमित पाए जाने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 65,49,373 हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से यह जानकारी दी गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह आठ बजे तक के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले जहां 65 लाख से पार पहुंच गये वहीं इससे स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या भी 55 लाख से ज्यादा हो गई।
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण प्रमुख रूप से बच्चों से फैल रहा: अनुसंधान
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण प्रमुख रूप से संक्रमित लोगों के एक छोटे से वर्ग से फैल रहा है। इस वर्ग को सुपर स्प्रेडर भी कहा जाता है। देश में संक्रमितों के संपर्कों का पता लगाने वाले सबसे बड़े अनुसंधान में यह पता चला है। अनुसंधान में यह तथ्य भी सामने आया कि नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण में बच्चों की एक प्रमुख भूमिका है।कश्मीर में बड़ी मुसीबत का लगा पता, आतंकियों की नई साजिश आई सामने
कोविड-19 वैश्विक महामारी के संबंध में अब तक के सबसे बड़े इस विश्लेषण में पाया गया है कि विकसित देशों की तुलना में भारत में 40 वर्ष से 69 वर्ष तक की आयुवर्ग में कोरोना वायरस संक्रमण के अधिक मामले सामने आए हैं और मृतकों में भी इसी आयुवर्ग के अधिक लोग शामिल हैं। यह विश्लेषण करने वाले अनुसंधानकर्ताओं में आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु सरकार के अनुसंधानकर्ता भी शामिल हैं। इसमें पाया गया कि देश के कोविड-19 के 70 फीसदी से अधिक मरीजों ने अपने संपर्क में आने वाले किसी भी व्यक्ति को संक्रमित नहीं किया जबकि आठ फीसदी संक्रमित व्यक्ति 60 फीसदी नए संक्रमणों के लिए जिम्मेदार हैं।