वाशिंगटन व्हाइट हाउस के शीर्ष अधिकारी 2019 की शुरुआत में ही उस गोपनीय खुफिया रिपोर्ट से अवगत थे कि रूस अमेरिकियों की मौत के लिए तालिबान को गुप्त रूप से इनाम की पेशकश कर रहा है। यह दावा उन अमेरिकी अधिकारियों ने किया है जिन्हें खुफिया जानकारी थी। अधिकारियों के अनुसार, उस समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को दी जाने वाली दैनिक खुफिया जानकारी में कम से कम एक बार इसे शामिल किया गया था।
तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने भी सहयोगियों को बताया था कि उन्होंने ट्रम्प को मार्च 2019 में खुफिया अनुमान के बारे में जानकारी दी थी। व्हाइट हाउस ने 2019 में रूसी कदमों के बारे में ट्रम्प या अन्य अधिकारियों के अवगत होने के बारे में सवालों का जवाब नहीं दिया। व्हाइट हाउस ने कहा है कि ट्रम्प को खुफिया आकलन पर जानकारी नहीं दी गई और उन्हें अब भी जानकारी नहीं दी गयी है क्योंकि वे पूरी तरह से सत्यापित नहीं हुए हैं।
बोल्टन ने सोमवार को टिप्पणी करने से इनकार कर दिया जब समाचार एजेंसी ‘एपी’ ने उनसे सवाल किया कि क्या उन्होंने 2019 में ट्रम्प को इस बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने रविवार को एनबीसी के "मीट द प्रेस" कार्यक्रम में कहा कि संभव है कि ट्रम्प अपने प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किए जाने को सही ठहराने के लिए रूस के उकसावों के बारे में अंजान होने का दावा कर रहे हैं। इस खुलासे ने रूसी खुफिया आकलनों से ट्रम्प को दूर रखने के व्हाइट हाउस के प्रयासों को लेकर नया संदेह पैदा कर दिया है।
एपी ने रविवार को बताया था कि रूसी इनामों के बारे में चिंता को इस साल के शुरू में राष्ट्रपति को दी गयी दैनिक लिखित जानकारी में भी शामिल किया गया था और वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने इस मामले पर ट्रम्प के साथ चर्चा की थी। ओ'ब्रायन ने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने ऐसा किया था। अमेरिकियों के जीवन को खतरे में डालने के रूसी प्रयासों के बारे में प्रशासन के पहले से अवगत होने पर अतिरिक्त सवाल उठते हैं कि ट्रम्प ने मास्को के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई क्यों नहीं की।