पाकिस्तान के इस कथित कदम पर टिप्पणी करने के लिए कहने पर अमेरिका के उप विदेश मंत्री स्टीव गोल्डस्टीन ने कहा, ‘‘हमें पाकिस्तान से भविष्य में सहयोग मिलने की उम्मीद है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम कोई फर्क किए बिना सभी आतंकवादियों से निपटने में पाकिस्तान के साथ काम करने को लेकर तैयार हैं और हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान अपनी जमीन से गतिविधियों को अंजाम देने वाले तालिबान नेटवर्क, हक्कानी नेटवर्क और आतंकवादी समूहों का आक्रामकता से सामना करने की इच्छा दर्शाएगा तथा इससे हमारे द्विपक्षीय सुरक्षा संबंध गहरे होंगे।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका इस मामले को लेकर स्पष्ट रहा है। गोल्डस्टीन ने कहा, ‘‘हम चाहेंगे कि पाकिस्तान बातचीत की मेज पर आए और इस प्रयास में हमारी मदद करे।’’
उन्होंने कहा कि सुरक्षा सहायता को रद्द नहीं किया गया है, बल्कि रोका गया है। अमेरिका ने गुरुवार को घोषणा की थी कि वह पाकिस्तान को सैन्य उपकरण मुहैया नहीं कराएगा और सुरक्षा संबंधी कोष हस्तांतरित नहीं करेगा। पेंटागन के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा था कि अमेरिका ने करोड़ों डॉलर की सहायता हासिल करने के लिए पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों के खिलाफ ‘‘ठोस कदम’’ उठाने को कहा है। पाकिस्तान में अमेरिका के राजदूत के साथ अपनी वार्ता का जिक्र करते हुए गोल्डस्टीन ने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के प्रयासों में शामिल होगा। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के लोगों ने आतंकवाद के कारण काफी कुछ सहा है और उसके सुरक्षाबल पाकिस्तान के हित को निशाना बनाने वाले समूहों से निपटने में प्रभावी रहे हैं। यह उनके लिए भी लाभकारी होगा कि वे इस समस्या से निपटने में हमारी मदद करें।’’