वॉशिंगटन: भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर हुए ताजा टकरावों से उपजे हालात पर अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि उनका देश इस मसले के शांतिपूर्ण हल की उम्मीद कर रहा है। बता दें कि इससे पहले चीन पर हमला बोलते हुए पोम्पियो ने कहा था कि ड्रैगन के अनुचित रुख के खिलाफ पूरी दुनिया एकजुट होना शुरू हो गई है। उन्होंने कहा था कि हर मोर्चे पर चीन को पीछे धकेलने के लिये भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देश अमेरिका के साथ साझेदारी कर रहे हैं।
चीन ने की थी यथास्थिति बदलने की कोशिश
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने सोमवार को कहा था कि चीनी सेना ने 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात पूर्वी लद्दाख में उकसावे की कार्रवाई करते हुए पैंगोंग झील के दक्षिण में एकतरफा तरीके से यथास्थिति बदलने की कोशिश की। लेकिन भारतीय सैनिकों ने उसे नाकाम कर दिया। इसी से जुड़े सवाल पर जवाब देते हुए अमेरिका के विदेश मंत्री पोम्पियो ने कहा कि वह LAC पर शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद कर रहे हैं। सीमा पर पैदा तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन के बीच कमांडर लेवल की कई बैठकें भी हो चुकी हैं।
LAC पर पूरी तरह तैयार है भारत, निगरानी बढ़ाई
चीन के दुस्साहस के बाद भारतीय सेना ने झील के आसपास कई सामरिक स्थानों पर अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है। सूत्रों के मुताबिक, वायु सेना को पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास चीन की बढ़ती हवाई गतिविधियों की निगरानी बढ़ाने के लिए भी कहा गया है। ऐसी खबरें हैं कि चीन ने होतन एयरबेस में लंबी दूरी की क्षमता वाले जे-20 युद्धक विमान और अन्य साजोसामान तैनात किए हैं। भारतीय वायुसेना ने पिछले 3 महीनों में अपने सभी महत्वपूर्ण युद्धक विमानों जैसे सुखोई 30 MKI, जगुआर और मिराज 2000 विमान पूर्वी लद्दाख में प्रमुख सीमावर्ती हवाई ठिकानों और एलएसी के पास तैनात किए हैं।