8: किसी काम को कब छोड़ना है इसका ध्यान रखें
शुरुवाती दिनों में वॉरन बफेट एक रेसट्रैक गए थे। वहां उन्होंने एक रेस पर शर्त लगाई और हार गए। अपने पैसे दोबारा पाने के लिए उन्होंने फिर रेस पर पैसा लगाया और वह फिर हार गए। इसके बाद बफेट के पास एक भी पैसा नहीं बचा और वह अपने पूरे हफ्ते की कमाई लुटा चुके थे। बफेट ने अपने जीवन में दोबारा कभी वह गलती नहीं की। आपको यह पता होना चाहिए कि कब किस काम को छोड़ देना है, नहीं तो फिर पछताने के अलावा कुछ हाथ नहीं आएगा।
9: रिस्क को पहचानने की क्षमता विकसित करें
किसी भी काम को शुरू करने से पहले उसके रिस्क फैक्टर का पूरी तरह अध्ययन कर लें। साथ भी यह भी अनुमान लगा लें कि आप कितना बड़ा रिस्क झेल सकते हैं। यह आकलन करने का सबसे आसान तरीका है कि खुद से पूछें कि यदि यह काम फेल हो गया तो आपके हालात कैसे होंगे? क्या आप सर्वाइव कर पाएंगे? क्या आप एक और कोशिश करने की हालत में होंगे? यकीन मानिए आपको अपने सवाल का जवाब मिल जाएगा।
10: सफलता को पहचानें
इतना अमीर होने के बावजूद बफेट ने कभी भी पैसे को सफलता का पैमाना नहीं माना। 2006 में ही उन्होंने अपनी लगभग सारी संपत्ति मेलिंड गेट्स फाउंडेशन को दान करने की घोषणा कर दी थी। उनका कहना है कि फर्क इस बात से पड़ता है कि लोग आपको कैसे याद रखते हैं, इस बात से नहीं कि आपने कितने पैसे कमाए। वह कहते हैं कि जब आप मेरी उम्र के होंगे तब इस बात का पता लगाइएगा कि कितने लोग हैं जो आपसे वास्तव में प्यार करते हैं। इस सवाल का जवाब ही बताएगा कि आपने अपनी जिंदगी कैसे जी है।