वॉशिंगटन: आज व्हाइट हाउस में जो हुआ उसने साबित कर दिया कि भारत के प्रधानमंत्री के रुप में नरेन्द्र मोदी का दुनिया में क्या रूतबा है। पाकिस्तान इस बात को लेकर काफी उछलता रहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के आ जाने के बाद उसकी हैसियत बढ़ जाएगी, दुनिया में उसकी पूछ होने लगेगी लेकिन आज जो बायडेन और नरेन्द्र मोदी की मीटिंग ने साबित कर दिया कि चाहे अफगानिस्तान का सवाल हो या चीन का इस पूरे सब कॉन्टिंनेंट में भारत का डोमिनेशन है। अमेरिका भारत को दुनिया की सबके बड़ी डेमोक्रेसी के रुप में स्वीकार करता है उसकी ताकत को समझता है। ये नरेन्द्र मोदी के लिए बडी उपलब्धि है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मीटिंग के दौरान एक मजेदार वाक्या भी सामने आया जिससे वहां मौजूद सभी लोगों की हंसी निकल गई। दरअसल, मीटिंग के दौरान मजेदार तरीके से संभावित ‘इंडिया कनेक्शन’ के बारे में बताया। उन्होंने बायडेन ‘सरनेम’ वाले एक व्यक्ति के बारे में एक घटना याद करते हुए यह कहा, जिसने 1972 में उनके पहली बार सीनेटर चुने जाने पर उन्हें एक पत्र लिखा था। बाइडन ने 2013 में अमेरिकी उपराष्ट्रपति रहने के दौरान खुद के मुंबई में होने को याद करते हुए कहा कि उनसे पूछा गया था कि क्या भारत में उनका कोई रिश्तेदार है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया, ‘‘मैंने कहा था कि मैं इस बारे में निश्चित नहीं हूं, लेकिन जब मैं 1972 में 29 साल की उम्र में पहली बार निर्वाचित हुआ था, तब मुझे मुंबई से बायडेन सरनेम वाले एक व्यक्ति का पत्र मिला था।’’ उन्होंने बताया कि अगली सुबह प्रेस ने उन्हें बताया कि भारत में पांच बायडेन रहते थे। इस बारे में और विस्तार से बताते हुए बायडेन ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘‘ईस्ट इंडिया टी (चाय) कंपनी में एक कैप्टन जॉर्ज बायडेन थे। जो एक आयरिश व्यक्ति के लिए स्वीकार करना मुश्किल था। मैं आशा करता हूं कि आप मजाक समझ रहे हैं। वह संभवत: वहीं रहे और एक भारतीय महिला से शादी कर ली।’’
बायडेन ने कहा, ‘‘मैं कभी उसका पता नहीं लगा सका, इसलिए इस बैठक का पूरा मकसद इसका हल करने में मेरी मदद करना है।’’ इस पर, प्रधानमंत्री मोदी सहित बैठक कक्ष में मौजूद सभी लोगों के ठहाकों से हॉल गूंज उठा। मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने कहा, "मैं देख रहा हूं कि इस दशक में आपके नेतृत्व में हम जो बीज बोएंगे वो भारत-अमेरिका के साथ-साथ पूरे विश्व के लोकतांत्रिक देशों के लिए बहुत ही ट्रांसफॉर्मेटरी रहेगा।"
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के संबंधों में व्यापार महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने ट्रस्टीशिप को लेकर उनकी अवधारणाओं को जिक्र किया और कहा कि आज यह दुनियाभर में समय की मांग है। वहीं बायडेन ने उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की मां का जिक्र करते हुए कहा कि वह भारत से थीं। उप-राष्ट्रपति की मां जानी-मानी वैज्ञानिक भी थीं। बायडेन ने आगे कहा कि आज के समय में शांति, शहनशीलता के मूल्यों की जरूरत है। हमारी साझेदारी पहले से और ज्यादा बढ़ रही है।
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