वाशिंगटन: अमेरिका ने अपने नागरिकों की उत्तर कोरिया यात्रा पर प्रतिबंध जारी किया है, यह फैसला प्योंगयांग यात्रा पर गए एक अमेरिकी छात्र को गिरफ्तार करने और उसकी मौत होने के बाद किया गया है। यह प्रतिबंध एक सितंबर से लागू होगा। अधिकारियों ने कहा कि पर्यटक यात्रा के दौरान प्योंगयांग अधिकारियों के हमारे नागरिकों को गिरफ्तार करने की आशंका अधिक बढ़ गई है और इससे उनकी सुरक्षा को भी खतरा है। अमेरिकी सरकार के संघीय रजिस्टर में कहा गया, सभी अमेरिकी पासपोर्टों को उत्तर कोरिया जाने-आने या उससे होकर यात्रा करने के लिए अमान्य घोषित किया जाता है, जबतक की उन्हें वहां यात्रा करने के लिए विशेष अनुमति न हो अमेरिकी छात्र ओट्टो वार्मबीयर की मौत के बाद भी उत्तर कोरिया यात्रा पर सख्त चेतावनी जारी की गई थी। (उत्तर कोरिया को एशिया फोरम से निलंबित करना चाहता है अमेरिका)
चेतावनी में कहा गया है कि यात्रा प्रतिबंध से छूट के लिए विशेष अनुमति की आवश्यकता है जो केवल कुछ सीमित परिस्थितियों में ही दी जा सकती है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि छूट के लिए आवेदन कैसे दिया जा सकेगा, इस बारे में जानकारी देने का समय वह अभी नहीं बता सकता। पहले भी अमेरिका द्वारा दी गई यात्रा संबंधी चेतावनियों में उसके नागरिकों से उत्तर कोरिया की यात्रा न करने की अपील की गई थी।
गौरतलब है कि अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि वाशिंगटन इस बारे में वार्ता करना चाहेगा कि उत्तर कोरिया को एशिया के सबसे बड़े सुरक्षा मंच से कैसे निलंबित किया जा सकता है। अमेरिका उत्तर कोरिया को कूटनीतिक तौर पर अलग थलग करने और उसे उसका परमाणु हथियार कार्यक्रम त्यागने तथा मिसाइल परीक्षण बंद करने की खातिर बाध्य करने के लिए अपने व्यापक प्रयासों के तहत यह कदम उठाना चाहता है।