वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के खिलाफ अपना रुख कड़ा करते हुए साफ कर दिया है कि उसे आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी होगी। नयी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति (NSS) की घोषणा करते हुए ट्रंप ने कहा कि हम पाकिस्तान को हर साल इतनी बड़ी रकम देते हैं तो उसे हमारी मदद करनी होगी। नयी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति (NSS) की घोषणा करते हुए पाकिस्तान से कहा गया है कि वह अपनी सरजमीन से गतिविधियां चलाने वाले आतंकवादी समूहों के खिलाफ ‘‘निर्णायक कार्रवाई’’ करे। NSS के अनुसार, पाकिस्तान अपनी परमाणु संपत्ति का जिम्मेदार रखवाला है, यह दर्शाने के लिए अमेरिका उसे प्रोत्साहित करेगा।
संसद से मंजूरी मिलने के बाद ट्रंप ने अपनी पहली राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति जारी की जिसमें अमेरिका ने पाकिस्तान से अपनी आतंकवाद विरोधी गतिविधियां तेज करने को कहा है। अपनी एनएसएस की घोषणा करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘‘हमने पाकिस्तान को स्पष्ट कर दिया है कि हम उसके साथ अच्छी साझेदारी चाहते हैं लेकिन, हम उसकी धरती से गतिविधियां चलाने वाले आतंकवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई भी देखना चाहते हैं। हम पाकिस्तान को प्रति वर्ष बड़ा भुगतान करते हैं। उन्हें मदद करनी होगी।’’
पाकिस्तान को 9/11 हमले के बाद से अभी तक अमेरिका से 33 अरब डॉलर की राशि मिली है। इसमें कहा गया है, ‘‘हम पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तेज करने का दबाव बनाएंगे, क्योंकि अपने साझेदार के सुरक्षा बलों और अधिकारियों को निशाना बनाने वाले चरमपंथियों और आतंकवादियों को समर्थन देने वाले देश के साथ कोई सहयोग जारी नहीं रह सकता।’’
एनएसएस अपने प्रयासों को सुरक्षा में सुधार के अलावा पाकिस्तान के साथ व्यापार और निवेश को बढ़ाने से भी जोड़ता है। सत्ता में आने के बाद ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपना रहा है, लेकिन पाकिस्तानी नेतृत्व द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने में आनाकानी के बावजूद उसपर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।