वाशिंगटन: अमेरिका में 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप के मामले की जांच कर रहे अमेरिका के विशेष अधिवक्ता रॉबर्ट मूलर की टीम देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पूछताछ करना चाहती है। मूलर यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के लिए रूस की सरकार के साथ ट्रंप के प्रचार सलाहकार ने कोई सांठगांठ तो नहीं की थी। इसमें इस बात की भी कथित रूप से जांच की जा रही है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने एफबीआई के पूर्व निदेशक जेम्स कोमी को पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन के खिलाफ जांच रोकने को कह कर न्याय प्रक्रिया को बाधित करने का प्रयास किया था। (OMG: बेकहम्स ने अंडरगारमेंट्स के रख-रखाव पर खर्च कर डाले लाखों )
फ्लिन को रूसी राजदूत के साथ बातचीत के बारे में एफबीआई को झूठी सूचना देने के मामले में दोषी पाया गया था। मीडिया में आयी खबरों में कहा गया है कि ट्रंप की कानूनी टीम लिखित में सवाल जवाब के लिए दबाव बना रही है। इस बारे में मूलर के कार्यालय से कोई टिप्पणी नहीं आयी है।
व्हाइट हाउस और ट्रंप यह कहते आ रहे हैं कि वह सहयोग करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं क्योंकि उन्होंने कुछ नहीं छिपाया है। द वाल स्ट्रीट जर्नल ने लिखा है कि ट्रंप के कानूनी टीम के कुछ सदस्यों का मानना है कि राष्ट्रपति और मूलर के बीच मुलाकात एच्छिक होगी। एक अन्य मीडिया ने खबर दी है कि ट्रंप से मूलर की संभावित पूछताछ से ऐसा लगता है कि जांच अब अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर चुकी है।