वॉशिंगटन: मुहाजिरों के एक समूह ने ट्रंप प्रशासन और अमेरिकी कांग्रेस से अपील की है कि पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन दिए जाने के मद्देनजर उसे दी जाने वाली सैन्य सहायता एवं बिक्री बंद की जाए। हाल में गठित ‘वी मुहाजिर कांग्रेस’ ने ट्रंप प्रशासन एवं अमेरिकी कांग्रेस को दिए एक ज्ञाापन में कहा, ‘पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान के कदम स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि वे आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में अमेरिका के विश्वासपात्र सहयोगी नहीं हैं।’
ज्ञाापन में कहा गया है, ‘अमेरिकी प्रशासन को धोखा देना और हक्कानी नेटवर्क, तालिबान एवं अलकायदा जैसे सैन्य संगठनों को खुश करने की ISI की नीति है।’ इसमें कहा गया है कि अमेरिका के पास आतंकवादियों को मारने के लिए पाकिस्तानी क्षेत्र के भीतर घुसकर एकतरफा सैन्य कार्वाई करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है। ज्ञापन में लिखा है, आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व में चल रही लड़ाई को तब तक जीता नहीं जा सकता, जब तक क्षेत्र में आतंकवाद को प्रायोजित करने वाली पाकिस्तानी सेना से जुड़े मुख्य मसलों से निपट नहीं लिया जाता।
विदेशी सैन्य बिक्री पर कांग्रेस की सुनवाई के दौरान सदन की विदेश मामलों की आतंकवाद, निरस्त्रीकरण एवं व्यापार संबंधी उपसमिति के सदस्यों को भी यहां गुरूवार को इस ज्ञाापन पत्र की प्रति दी गई। इसमें कहा गया है कि ‘वी मुहाजिर कांग्रेस’ ट्रंप प्रशासन एवं अमेरिकी कांग्रेस से अनुरोध करती है कि पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य सहायता एवं बिक्री रोकी जाए।